
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : सुगौली- मोतिहारी/ बिहार :
पूर्वी चंपारण जिले स्थित सुगौली प्रखंड के करमवा- रघुनाथपुर मार्ग में शीतलपुर के करीब महज चार माह पहले एक करोड़ से ज्यादा की राशि से बनी पुल बाढ के पानी के दबाव से कभी ध्वस्त हो सकता है। पुल के अस्तित्व पर खतरा देख वाहनों का आवागमन भी ठप हो गया है। वही पुल निर्माण की गुणवत्ता पर अंगुली उठने लगी है। वहीं प्रशासन सचेत नहीं हुआ तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बता दें चार माह पहले बनी पुल करीब 1.05 करोड़ की लागत से बनी तो आवागमन की सुविधा मिलने से लोगों को बड़ी राहत मिलने लगी।
अब बाढ़ के समय में बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण सड़क मार्ग से आवागमन बंद हो गया। पुल के बीच मे आधा फीट से ज्यादा धंस चुकी है। पुल में दरार और रेलिंग दवाब के कारण फट रहा है। पुल के अप्रोच मार्ग में दरार पड़ने लगी है। दोनों किनारों पर पानी तेजी से कटाव कर रहा है। करोड़ो की लागत से बनने वाली पुल कभी भी ध्वस्त हो सकती है। खतरे के भय से बड़े वाहनों का आना-जाना बंद हो चुका है। केवल बाइक ,साईकिल और पैदल लोग डरते-डरते आ- जा रहे है। इस नवनिर्मित पुल के एप्रोच पथ में पानी की तेज धारा बड़ी तेजी से कटाव कर रही है।
बता दे कि प्रखंड के करमवा, रघुनाथपुर, पँजिआरवा, मनसिंघा, केकरवा, श्यामपुर,नकरदेई, परसौना, खुटिआरवा सहित करीब दो दर्जन गांवों के लिए यह इकलौता मुख्य पथ है।
ग्रामीणों ने बताया कि चार से पांच महीने पहले इस पुल का उद्घाटन किया गया था। लेकिन निर्माण में घटिया सामग्री लगाने के कारण पुल बीच में धसने लगी और उसमे दरार आने लगी है। ग्रामीण भी अचंभित है कि करोड़ो की लागत से बनी पुल मात्र चार-पांच महीने में कैसे ध्वस्त हो रही है। उनका कहना है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जिम्मेवार लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।