
न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह
*कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत इस ऐतिहासिक परिसर स्थित पार्क के संरक्षण, सौंदर्यीकरण एवं समग्र विकास का दायित्व जिला प्रशासन द्वारा सौंपा गया है। इस निर्णय का उद्देश्य न केवल परिसर की सुंदरता को बढ़ाना है, बल्कि इसे आम नागरिकों, पर्यटकों और विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का एक केंद्र बनाना भी है।*
महात्मा गांधी की कर्मभूमि मोतिहारी में स्थित गांधी संग्रहालय परिसर को अब स्वच्छ, सुंदर एवं पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध स्थल में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय उठाया गया है। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय (एमजीसीयू), मोतिहारी को कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत इस ऐतिहासिक परिसर स्थित पार्क के संरक्षण, सौंदर्यीकरण एवं समग्र विकास का दायित्व जिला प्रशासन द्वारा सौंपा गया है। इस निर्णय का उद्देश्य न केवल परिसर की सुंदरता को बढ़ाना है, बल्कि इसे आम नागरिकों, पर्यटकों और विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का एक केंद्र बनाना भी है।
इस संबंध में विश्वविद्यालय के CSR प्रकोष्ठ द्वारा एक विस्तृत प्रस्ताव जिला प्रशासन को प्रेषित किया गया था, जिसमें पार्क के भौतिक एवं सौंदर्यात्मक विकास के विभिन्न पहलुओं पर कार्य करने की अनुशंसा की गई थी। जिला पदाधिकारी एवं गांधी संग्रहालय कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष श्री सौरभ जोरवाल द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए विश्वविद्यालय को सहयोग एवं कार्यान्वयन की अनुमति प्रदान की गई।
इस ऐतिहासिक पहल के मद्देनज़र महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने गांधी संग्रहालय परिसर का स्थल निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित अधिष्ठाता, मानविकी एवं भाषा संकाय, प्रो. प्रसून दत्त, CSR प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. सपना सुगंधा, डॉ. श्याम नन्दन उपस्थित थे।
कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा —
“गांधी संग्रहालय परिसर एक ऐतिहासिक धरोहर है और इसका संरक्षण हमारी नैतिक व शैक्षणिक जिम्मेदारी भी है। विश्वविद्यालय को यह दायित्व सौंपा जाना हमारे लिए गौरव की बात है। CSR गतिविधियों के माध्यम से हम इस पार्क को न केवल स्वच्छ और हरित बनाएंगे, बल्कि इसे एक ऐसे प्रेरणादायी स्थल में रूपांतरित करेंगे जहाँ समाज, इतिहास और पर्यावरण का सुंदर संगम देखने को मिलेगा। हमारा प्रयास होगा कि यह स्थान बच्चों, बुज़ुर्गों और शोधार्थियों सभी के लिए उपयोगी और समर्पित स्थल बन सके।”
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SR सेल की संयोजक डॉ. सपना सुगंधा ने बताया कि पार्क के विकास हेतु विस्तृत योजना बनाई गई है जिसमें हरियाली बढ़ाना, पथ निर्माण, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की सुविधा, बच्चों के लिए खेल उपकरण तथा विभिन्न सौंदर्यीकरण कार्यों को सम्मिलित किया गया है। इस दिशा में शीघ्र ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा और ज़रूरत पड़ने पर अन्य सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं को भी इस कार्य से जोड़ा जाएगा।
इस पहल के माध्यम से महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी ने पुनः यह सिद्ध किया है कि वह शिक्षा, शोध एवं सामाजिक उत्तरदायित्व के समन्वय से ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।