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रिंकू गिरी, स्थानीय संवाददाता, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★प्रथम फेज के चुनाव के दौरान अधिकारियों ने सुलभ शौचालय में ही बूथ बना दिया अर्थात वोटिंग सेंटर बना दिया. बाढ़ नगर परिषद के दयाचक वार्ड संख्या 27- 01 सुलभ शौचालय में बूथ बनाया गया. मतदान कर्मियों ने टॉयलेट के दरवाजे पर बैठकर वोटिंग कराई. शौचालय के पास जाकर वोट देने से पहले लोगों ने इनकार किया लेकिन जब अधिकारी नहीं माने तो सभी लोग शांत हो गए. उमानाथ मंदिर के पास भी वार्ड संख्या 15 में सुलभ शौचालय के पास ही मतदान केंद्र बनाया गया.★
बिहार नगर पालिका चुनाव का प्रथम चरण संपन्न हो चुका है. छिटपुट घटनाओं के अलावा अधिकांश जगहों पर मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुए. जानकारी अनुसार प्रथम फेज में 59.62% लोगों ने वोट डाले. अब इसकी गिनती 20 दिसंबर को अर्थात अगले दिन की जाएगी. दूसरे चरण का चुनाव 28 दिसंबर को किया जाएगा और गिनती कल 30 दिसंबर को होगी.
इसी बीच राजधानी पटना से एक तस्वीर सामने आ रही है जो ना सिर्फ शर्मनाक है बल्कि सरकारी व्यवस्था की पोल खोल रही है. प्रथम फेज के चुनाव के दौरान अधिकारियों में सुलभ शौचालय में ही बूथ बना दिया अर्थात वोटिंग सेंटर बना दिया. बाढ़ नगर परिषद के दयाचक वार्ड संख्या 27- 01 सुलभ शौचालय में बूथ बनाया गया. मतदान कर्मियों ने टॉयलेट के दरवाजे पर बैठकर वोटिंग कराई. शौचालय के पास जाकर वोट देने से पहले लोगों ने इनकार किया लेकिन जब अधिकारी नहीं माने तो सभी लोग शांत हो गए. उमानाथ मंदिर के पास भी वार्ड संख्या 15 में सुलभ शौचालय के पास ही मतदान केंद्र बनाया गया.
अब आइए जानते हैं क्या कहते हैं अधिकारी
निर्वाचित पदाधिकारी सह एसडीएम कुंदन कुमार ने बताया कि सुलभ शौचालय में बूथ बनाए जाने की बात सरासर गलत है. शौचालय में वोट नहीं पढ़े हैं. मतदान केंद्र प्रशासनिक भवन में बना हुआ था जहां लोगों ने मतदान किया. वहां कोई सरकारी भवन उपलब्ध नहीं था. बाबा प्राइवेट स्कूल भी नहीं होने के कारण बूथ को शिफ्ट नहीं किया जा सका.
वही इस मामले पर सहायक निर्वाचित पदाधिकारी डॉक्टर नवकुंज कुमार ने बताया कि वार्ड संख्या 15 उमानाथ और दयाचक स्थित वार्ड संख्या 27 में कोई सरकारी भवन उपलब्ध नहीं होने के कारण सुलभ शौचालय के प्रशासनिक भवन में मतदान संपन्न कराया गया. वोटिंग कराए जाने की बात सरासर गलत है.