न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★एक ऐसा भी गांव है जहां आजादी से लेकर अब तक एक भी लोग मतदाता नहीं बन पाए हैं जबकि इस गांव की संख्या 22 सौ से अधिक है. जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां के लोग आज तक वोटर नहीं बन पाए हैं. वोटर नहीं बन पाने के कारण यहां के लोगों को जन्म प्रमाण- पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य संवैधानिक अधिकार पाने में परेशानियों का सामना करना होता है.★
सिवान बिहार का 1 जिला मात्र नहीं बल्कि देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू का जन्म स्थान भी है. वर्तमान समय की बात करें तो सिवान का नाम बाहुबली नेता शहाबुद्दीन को लेकर भी चर्चा में रहा है. तभी तो सिवान जिला घर बा त कौन बात के डर बा…. यह कहावत तो आपने सुना ही होगा. परन्तु क्या आप जानते हैं इसी सिवान में एक ऐसा भी गांव है जहां आजादी से लेकर अब तक एक भी लोग मतदाता नहीं बन पाए हैं जबकि इस गांव की संख्या 22 सौ से अधिक है. नही जानते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं. सिवान जिला के महाराजगंज प्रखंड के जगदीशपुर और धन अथवा नामक एक गांव है. जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां के लोग आज तक वोटर नहीं बन पाए हैं.
बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन कांग्रेस के विजय शंकर दुबे ने जो गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से जानकारी दी उसे सुनकर ना सिर्फ सत्तापक्ष बल्कि विपक्ष भी हैरान रह गया. आगरा करते हुए सरकार को कहा कि सिवान जिले के महाराजगंज प्रखंड के जगदीशपुर और धन छुआ गांव को नगर परिषद में शामिल कर लिया जाए क्योंकि यहां के लोग आजादी के बाद से अब तक वोटर नहीं बन पाए हैं. की आबादी लगभग 2200 है. वोटर नहीं बन पाने के कारण यहां के लोगों को जन्म प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य संवैधानिक अधिकार पाने में परेशानियों का सामना करना होता है.
विजय शंकर दुबे के इस प्रश्न पर तेजस्वी यादव ने खड़े होकर कहा कि मैं इस मामले को खुद देखूंगा. संबंधित अधिकारियों को विधानसभा से जाते ही आदेश निर्गत करूंगा ताकि वहां के लोगों को संवैधानिक अधिकार मिल सके. दूसरी ओर बिहार सरकार के मंत्री ललित यादव ने कहा कि दोनों गांव को बगल के एक पंचायत में जोड़े जाने को लेकर कार्रवाई जारी है.