
न्यूज़ टुडे टीम एक्सक्लूसिव : जयपुर/ राजस्थान :
विधायकों की खरीद-फरोख्त व अशोक गहलोत सरकार को गिराने के प्रयासों को लेकर सार्वजनिक हुए ऑडियो टेप कांड में भाजपा नेता संजय जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे जयपुर में राजस्थान का सत्ता संग्राम और गंभीर रूप लेता जा रहा है। राजस्थान के सियासी संकट में अब भाजपा भी पुलिस के पास पहुंच गई है और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित कांग्रेस नेताओं के खलाफ भाजपा और इसके नेताओं की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए परिवाद दर्ज कराया है। भाजपा ने कांग्रेस के इन नेताओं के खिलाफ मानहानि और अन्य धाराओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
संजय जैन को एसओजी ने किया गिरफ्तार
इससे पहले राजस्थान में चल रहे राजनीतिक नाटक के बीच राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने शुक्रवार को संजय जैन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि संजय जैन को राजस्थान पुलिस के विशेष संचालन समूह (एसओजी) की टीम ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 124 ए और 120 बी के तहत गिरफ्तार किया है। एसओजी ने बताया है कि संजय जैन को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है।
इससे पहले राजस्थान में टेप कांड मामले में मामले में पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा व भाजपा नेता संजय जैन के खिलाफ एफआइआर दर्ज की। एसओजी की टीम ने बागी विधायकों से हरियाणा के तावड़ स्थित आइटीसी ग्रैंड भारत होटल जाकर भी पूछताछ की।
कांग्रेस ने राजद्रोह का मामला दर्ज कराया
विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से गुरुवार देर रात एसओजी को दो शिकायतें दी गई थीं। इनमें केंद्रीय मंत्री शेखावत, शर्मा व जैन के खिलाफ राजद्रोह, सरकार गिराने की साजिश और विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए गए थे। एसओजी और एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक राठौड़ ने बताया कि जोशी की शिकायत पर शुक्रवार सुबह भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए(राजद्रोह), 120(बी)(आपराधिक साजिश) के तहत दो एफआइआर दर्ज की गई थी।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मैं सैकड़ों संजय जैन को जानता हूं, तो ये संजय जैन कौन है, पता नहीं। ऑडियो में मेरी आवाज नहीं है। मैं मारवाड़ की बोली बोलता हूं, लेकिन इसमें शेखावाटी बोली जा रही है। यह फर्जी टेप है। किसी भी जांच के लिए तैयार हूं।
सुरजेवाला बोले- पायलट स्थिति साफ करें
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार सुबह प्रेस कान्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि गुरुवार देर रात सामने आए ऑडियो में शेखावत व भंवरलाल शर्मा के नाम सामने आए हैं। सुरजेवाला ने दो दिन पहले गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त किए गए विश्वेंद्र ¨सह और विधायक भंवरलाल शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करने की बात भी कही। दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि एक माह से विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश चल रही थी। भाजपा चुनी हुई सरकार को षड्यंत्र कर गिराना चाहती थी।
शेखावत बोले, जांच को तैयार
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने न्यूज़ टुडे टीम से बातचीत में कहा कि यह ऑडियो फर्जी है। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। विधायक भंवरलाल शर्मा ने भी ऑडियो को फर्जी बताते हुए कहा कि यह सीएम हाउस में तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ओछी हरकत कर रहे हैं। मैं किसी संजय जैन को नहीं जानता हूं।
भाजपा भी पहुंची पुलिस के पास
इस बीच भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज की ओर से शुक्रवार देर रात जयपुर के अशोक नगर थाने में यह परिवाद दर्ज कराया गया। इस में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों से सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा आदि भाजपा की प्रतिष्ठा को अपराधिक रूप से क्षति पहुंचा रहे है, ताकि कांग्रेस की आंतरिक दुर्दशा के लिए भाजपा को उत्तरदायी ठहराया जा सके। इसी के तहत मुख्यमंत्री निवास से छदम व्यक्तियो की आवाजों को कूटरचित कर मिथ्या रूप से भाजपा नेताओं की आवाज बता कर आडियो टेप भी जारी किया गया है। यह काम लोकेश शर्मा नाम के व्यक्ति ने किया है जो स्वयं को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताता है।
भारद्वाज ने शिकायत में कहा है कि इसी के आधार पर फर्जी मुकदमे भी दर्ज कराए गए है। भारद्वाज का कहना है कि इससे मेेरे दल और उसके नेताओ की गम्भीर मानहानि हुई है। उन्होंने मानहानि, लोगों को भडकाने और अन्य धाराओं में सम्बन्धित नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
यह है पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार देर रात मुख्यमंत्री के मीडिया ओएसडी ने तीन ऑडियो जारी किए थे। इनमें विधायकों की खरीद-फरोख्त व सरकार गिराने जैसी बातें सुनाई दे रही थीं। इन ऑडियो में तीन लोग आपस में बात कर रहे हैं जो एक-दूसरे को गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवरलाल शर्मा व संजय जैन के नाम से बुला रहे हैं। हालांकि बातचीत में विश्वेंद्र सिंह का भी जिक्र है, लेकिन एफआइआर में उन्हे शामिल नहीं किया गया। पूरी बातचीत हिंदी, अंग्रेजी व शेखावाटी में है।