न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
मॉनसून की पहली बरसात में ही मोतिहारी नगर नरक बन गया है। शहर में सबसे बदत्तर स्थिति गली-मुहल्ले की सड़कों की बनी हुई है। एक दो सड़क को छोड़ दिया जाए तो सभी सड़कों पर गड्डा, जल जमाव और कीचड़ मिल जाएगा।
नगर परिषद की उदासीनता के कारण शहर के अलग-अलग जगहों पर सड़क गड्डा, कीचड़ और जलजमाव में तब्दील होता दिख रहा है। सड़कों से गुजरने वाले लोग चाहे वे पैदल हो या फिर दोपहिया वाहन से हो उनके लिए यह स्थिति काफी कष्टदायक हो गई है। नगर के कई हिस्सों में कूड़े का ढ़ेर पर पशुओं की झुंड दिखने लगा है। उसे सही समय से नहीं हटाने पर उसका दुर्गन्ध लोगों को परेशान कर रखा है। इस कोरोना वैश्विक महामारी में लोगों को इससे निजात नहीं दिलाया गया तो वह बहुत जल्द किसी न किसी बीमारी से संक्रमित हो जाएगा।
शहर के इस समस्या की ओर नगर परिषद और जिला के जिम्मेदारों ने समय रहते ध्यान नहीं देते है। पहले से दावा करते है, कि कहीं भी कूड़ा-कचरा का ढ़ेर और कीचड़ की गंदगी नहीं है, लेकिन बारिश के मौसम में ये सभी दावे असफल नजर आते हैं।
चांदमारी मुहल्ला के वार्ड न.-26 के रामाकांत राकेश अधिवक्ता का कहना है कि बारिश के मौसम में चांदमारी मुहल्ला नरक में तब्दील हो जाता है। निचले लेवल के मकान में नाला का पानी और शौचालय का पानी लोगों के घर में घुस जाता है। इससे पूरा चांदमारी मुहल्ला भयंकर बीमारी से ग्रस्त होने वाला है। इनका ये भी कहना है नाला का निर्माण घटिया सामग्रियों से हुआ है। पूरे चांदमारी में मच्छर भी बढ़ जाने से मलेरिया बीमारी होने की संभावना बढ़ गई है। जलजमाव से टाईफाइड, डेंगू हो सकती है। कृष्णा पटेल, दीपक पटेल,पप्पू पासवान और अन्य ने भी यहीं सारी बातें बताई। हेनरी बाजार के व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा ने बताया कि नाले की उड़ाही नहीं हुई है। सफाईकर्मी नहीं होने के वजह से जलजमाव और कीचड़ फैला रहता है।