न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : ढाका- मोतिहारी/ बिहार :
सिकरहना नदी के सुन्दरपुर घाट पर बने ध्वस्त बेडवार की मरम्मत करने पहुंचे अभियंताओं को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया । बुद्धिजीवियों के बीच-बचाव पर मुक्त किया गया। ग्रामीणों का आरोप था कि अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ही बोरा में बालू की जगह मिट्टी भर दिया गया था जिससे पहली बारिश में ही बेडवार ध्वस्त हो गया। ग्रामीणों का कहना था कि जबतक डीएम साहब नहीं आएंगे तबतक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं होगा।
बता दें कि जिलाधिकारी के निर्देश पर सहायक एसडीएम सुमन कुमार व सीओ मणिकुमार वर्मा सिकरहना नदी के किनारे सुंदरपुर गांव में हुए बेडवार ध्वस्त होने के सूचना पर शनिवार को देर शाम जांच करने पहुंचे थे। जांच के बाद बताया कि कार्य में अनियमितता बरती गई है, जिसके कारण बेडवार धंस गया।
वही डीएम के कार्रवाई करने के डर से रविवार को विभाग के सहायक अभियंता व कनीय अभियंता आनन-फानन में ध्वस्त हुए बेडवार का कार्य करने सुंदरपुर पहुंचे थे जहां दोनों अधिकारियों को सुंदरपुर गांव के ग्रामीणों ने घेर लिया और हंगामा करने के साथ डीएम व अन्य वरीय अधिकारियों को घटनास्थल पर बुलाने की मांग करने लगे।
ग्रामीण अख्तर, अनवर आलम, ओलिउल्लाह आदि आरोप लगा रहे थे कि उक्त दोनों अधिकारियों व कार्य कर रही रुद्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा मिली भगत से बोरा में बालू भरने की जगह मिट्टी डाला गया है। ग्रामीण ने कहा कि उक्त जगह पर जितने भी बोरे है, उक्त सभी बोरे की जांच कराई जाएं तो कार्य करने वाली कंपनी व सहायक अभियंता व कनीय अभियंता की पोल खुल जाएगी।