न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
मोतीझील प्रकरण को जिला प्रशासन के कथित मिलीभगत से मोतिहारी के कोल्हुवरवा स्थित दर्जनों एकड़ नहर की भूमि को भू-माफिया खुलेआम कब्ज़ा कर इलाकें के एक बड़े जल श्रोत को तक़रीबन ख़त्म कर दिया वही पूर्व के भांति ही मोतीझील जल श्रोतों की रक्षा का ‘प्रशासनिक ड्रामा’ पुनः पुरे ताम-झाम के साथ शुरू कर दिया गया है।
अब राधानगर से गुजरते हुये जानपुल फिर मोतीझील में मिलने वाली इस नहर पर भू-माफिया खुद से चार फीट ह्युम पाइप लगा कर एक पुल बना रहे हैं ताकि दुसरे तरफ की सरकारी भूमि भी बेचीं जा सके, नक़्शे के अनुसार इस नहर की चौड़ाई 60 फीट बतायी जाती है। पुल बनाये जाने की जानकारी जिले के कई वरीय अधिकारियों को है फिर भी कार्य रातों में बच- बचाके बदस्तूर जारी है।
लोगों के प्रयासों के बाद सदर अंचलाधिकारी बिरेन्द्र कुमार 10 दिन पूर्व अतिक्रमण स्थल पर पहुंचकर अतिक्रमणकारियों को काम रोकने एवं मापी के बाद पूल पर जेसीवी चलाने की बात कही। मामले को लेकर जिला उपविकास आयुक्त अखिलेश प्रसाद सिंह एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी प्रियरंजन ‘राजू’ ने भी अंचलाधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बावजूद इसके निर्माणकार्य जारी रहा। ना तो जेसीवी चला और ना ही मापी का कार्य ही किया गया।