न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : नई दिल्ली :
★★पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के साथ हिंसक झड़प में भारत के कम से कम 20 जवान शहीद हो गए हैं. जबकि चीन को भी भारी नुकसान हुआ है. भारतीय सेना ने चीन के जवानों को करारा जवाब दिया. भारतीय सेना के जवाबी हमने में 43 सैनिक हताहत हुए. एलएसी के पास चीनी हेलिकॉप्टरों का आना जाना बढ़ गया है.
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के साथ हिंसक झड़प में भारत के कम से कम 20 जवान शहीद हो गए हैं. जबकि चीन को भी भारी नुकसान हुआ है. भारतीय सेना ने चीन के जवानों को करारा जवाब दिया. भारतीय सेना के जवाबी हमने में 43 सैनिक हताहत हुए. इसमें कई सैनिकों की मौत हो गई कई चीनी सैनिक घायल हुए. इन्हें चीनी हैलिकॉप्टर अपनी सीमा में उठाकर ले गए. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी. सेना ने बयान में कहा कि जान गंवाने वाले 20 में से 17 सैनिक गतिरोध वाले स्थान पर, शून्य से नीचे तापमान में ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस घटना के बाद से ही सीमा रेखा (एलएसी) पर चीनी हेलिकॉप्टर गतिविधि में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. बताया जा रहा है कि ये हेलिकॉप्टर, गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में मारे गये चीनी सैनिकों को लेने के लिए आ रहे हैं.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सीमा रेखा (एलएसी) के पास चीनी हेलिकॉप्टरों का आना जाना बढ़ गया है. गलवान घाटी में भारत के साथ हुई हिंसक झड़प में भारी संख्या में चीनी सिपाही भी हताहत हुए हैं और हेलिकॉप्टरों की मदद से उन्हें ले जाया जा रहा है.
हिंसक झड़प पर संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत-चीन तनातनी पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है, ‘हम वास्तविक सीमा रेखा पर हुई हिंसा और मौतों की रिपोर्ट को लेकर चिंतित हैं. हम दोनों ही पक्षों से अधिकतम संयम बरतने की गुजारिश करते हैं.’
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पूर्व में शीर्ष स्तर पर जो सहमति बनी थी, अगर चीनी पक्ष ने गंभीरता से उसका पालन किया होता तो दोनों पक्षों की ओर जो हताहत हुए हैं उससे बचा जा सकता था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘सीमा प्रबंधन पर जिम्मेदाराना दृष्टिकोण जाहिर करते हुए भारत का स्पष्ट तौर पर मानना है कि हमारी सारी गतिविधियां हमेशा एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के भारतीय हिस्से की तरफ हुई हैं. हम चीन से भी ऐसी ही उम्मीद करते हैं.’
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत और चीन के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है. तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है. भारत और चीन के सीनियर कमांडरों के बीच 6 जून को बैठक हुई थी. इसके बाद ग्राउंड स्तर के कमांडरों के बीच कई बैठकें हुईं. उन्होंने कहा कि इन सब बातचीत के बीच हमें उम्मीद थी कि सब अच्छा होगा.