न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : नई दिल्ली :
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या दिल्ली में कम्यूनिटी स्प्रेड के स्तर पर लोग संक्रमित हो रहे हैं? इस मसले पर उपराज्यपाल अनिल बैजल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच मंगलवार को अहम बैठक हुई. चर्चा के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र के अनुसार दिल्ली में फिलहाल कम्यूनिटी स्प्रेड जैसे हालात नहीं बने हैं.
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ आपदा प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने के बाद डिप्टी सीएम ने बताया कि राजधानी में कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. इस बैठक में बताया गया कि दिल्ली सरकार का आकलन है कि 12 से 13 दिन में कोरोना के केस दोगुने तक बढ़ रहे हैं. 15 जून तक राष्ट्रीय राजधानी में 44000 मामले होने की आशंका है, ऐसे में दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों के लिए इलाज के लिए 6000 बेड की जरूरत होगी. वहीं 30 जून तक दिल्ली में 1 लाख कोरोना केस हो जाएंगे, तब 15 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी.
सिसोदिया ने बताया कि 15 जुलाई तक सवा 2 लाख से ज्यादा केस के लिए 33 हजार बेड की जरूरत दिल्ली में पड़ेगी. वहीं 31 जुलाई तक साढ़े 5 लाख केस होंगे जिसके लिए 80 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी.
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि अभी तक दिल्ली के अस्पतालों में राजधानीवासी आ रहे थे, कल एलजी ने सरकार का फैसला पलट दिया. अब दिल्लीवासियों के लिए संकट हो गया है. हमने बैठक में जब इसके बारे में पूछा तो एलजी के पास कोई जवाब नहीं था. कल जब अस्पतालों में बेड भर जाएंगे, तो फिर और लोगों के लिए इंतजाम कहां से होगा. दिल्ली में कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा कि इस मामले पर भारत सरकार के अधिकारियों ने अभी तक कुछ नहीं कहा है.