Home खास खबरें न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : प्रवासियों का गांव से रिश्ता जुड़ा, लेकिन...

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : प्रवासियों का गांव से रिश्ता जुड़ा, लेकिन इसका उलट परिणाम भी अब आने लगे, दो माह में पहुंच गए 40 हजार मामले

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नई दिल्ली :

लंबे समय से प्रवास में रहे लोग गांव लौट रहे हैं। प्रवासियों का गांव से रिश्ता जुड़ा, लेकिन इसका उलट परिणाम भी अब आने लगे हैं। परिवारों में झगड़े बढ़ गए हैं। रगड़े (बेमतलब के झगड़े) भी बढ़ गए हैं। जैसे शहर से लौटे एक भाई का सवाल था कि इस वर्ष आम के पेड़ पर इतने फल दिख रहे, पिछले वर्ष तो फोन पर बताते थे कि आम आया ही नहीं। बड़े भाई और भाभी यह सफाई देते-देते नाराज हो गई हैं कि आम तो हर वर्ष एक जैसा नहीं आता। आता भी है तो आंधी और ओले की वजह से बचता कहां है? इस तरह के सवाल दूरी बढ़ा रहे।

दो माह में पहुंच गए 40 हजार मामले

पिछले दो महीने में बिहार के पंच-सरपंच की कचहरी में 40 हजार झगड़े सुलझाने के लिए पहुंचे हैं। कुल 8683 पंचायतों के 45 हजार गांवों और 1.13 लाख टोलों से झगड़े के आंकड़े दर्ज हुए हैं। पैतृक संपत्ति में हिस्सा, बाग-खेत को बटाई पर लगाने वाले व्यक्ति के चयन, मकान के कमरों का बंटवारा, पिछले वर्ष की उपज का हिसाब – जैसे कई विषय इन दिनों घर-आंगन में विवाद का वजह बन रहे।

रिश्‍तेदारों में बढ़ रहा विवाद

दअरसल, प्रवास में रहे भाई-चाचा को लॉकडाउन के पहले ज्यादा मतलब नहीं होता था या फुरसत नहीं होती थी कि वह इन गांव में मामूली आय वाले इन ‘पचड़ों’ में पड़ें। लेकिन अब ऐसे ‘पचड़े’ महत्वपूर्ण हो गए हैं। कभी खाली पड़े रहे मकान अब भरे-पूरे हो गए हैं। भाई-भाई, चाचा-भतीजा, सास-बहू और ननद-भौजाई के झगड़े भी बढ़े हैं।

कहते हैं कि पंच-सरपंच संघ के अध्‍यक्ष

बिहार राज्य पंच-सरपंच संघ के अध्यक्ष आमोद कुमार निराला कहते हैं कि पंच-सरपंच संघ ने 40 हजार से अधिक गृह कलह और आपसी विवाद के मामलों का समझौता से निपटारा कराया है। इनमें से कुछ मामले अभी भी बने हुए हैं। प्रवासियों के लौटने की वजह से ही सर्वाधिक झगड़े बढ़े हैं। गांव की कचहरी में जब ऐसे मामले पहुंच रहे तो संबंधित पक्षों को समझाया जा रहा। आपस में प्रेम से रहने की सीख दी जा रही। भाई-भाई में छोटी बात पर विवाद उचित नहीं।

इगो के कारण मामूली झगड़े भी पकड़ लेते तूल

निराला कहते हैं कि इन झगड़ों का निपटारा भी मुश्किल होता है। कारण कभी-कभी मामूली होते हैं, लेकिन ‘इगो’ बड़ा होता है। बिहार में पंचायती राज कानून के तहत सरपंच, उप सरपंच और पंच को आइपीसी की धाराओं के तहत 10 हजार रुपये तक के मामलों की सुनवाई और अधिकतम एक हजार रुपये जुर्माना करने का अधिकार है। ग्रामीणों के बीच झगड़ा-विवाद होने पर पंचायतें समझौता करा सकती हैं। आपराधिक मामलों की सुनवाई भी कर सकती हैं। उन्हें लगान वसूली, संपत्ति की क्षति एवं बंटवारा आदि की सुनवाई का अधिकार है। वह इस अधिकार का इस्तेमाल कर अधिसंख्य मामलों को पुलिस थाने तक जाने से रोकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Our Visitor

5997329
Users Today : 8
Users Yesterday : 11
Users Last 7 days : 75
Users Last 30 days : 331
Users This Month : 250
Users This Year : 16692
Total Users : 5997329
Views Today : 69
Views Yesterday : 118
Views Last 7 days : 689
Views Last 30 days : 2613
Views This Month : 2148
Views This Year : 69028
Total views : 6620535
Who's Online : 0
Your IP Address : 18.206.194.21
Server Time : 2023-09-25
- Advertisment -

Most Popular

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी में बीजेपी की गुटबाजी खुलकर आई सामने, अखिलेश सिंह निकालेंगे रथयात्रा

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : रिंकू गिरी : संवाददाता : मोतिहारी में बीजेपी की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. भाजपा नेता अखिलेश सिंह ने रथयात्रा...

न्यूज़ टुडे ब्रेकिंग अपडेट : फ़िल्म ‘चम्पारण सत्याग्रह’ के बाद पटना, मोतिहारी शहर और नगदाहाँ में अगली फ़िल्म ‘बियाह होखे त अईसन’ की होगी...

न्यूज़ टुडे ब्रेकिंग अपडेट : मोतिहारी/बिहार आशीष राज, स्थानीय संपादक, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह : ★भारत के फ़िल्मी इतिहास में पहली बार बड़े एवं भव्य कैनवास...

न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव : 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लगभग 90 मिनट तक देशवासियों को किया संबोधित, मणिपुर हिंसा, विपक्ष...

न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव : नई दिल्ली से लाईव ई. युवराज, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह : ★77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी...

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : दलगत राजनीति से मुक्त होकर समाज सेवा एवं साहित्य का सृजन करना ही भारतीय दलित साहित्य अकादमी का मुख्य...

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी रिंकू गिरी, स्थानीय संवाददाता, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह : भारतीय दलित साहित्य अकादमी राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त निबंधित संस्था...

Recent Comments