न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नई दिल्ली :
कोविड-19 के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस महामारी से लड़ाई में रेलवे राज्यों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है. कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए पूरे भारतीय रेल में 5231 कोचों को कोविड देखभाल केंद्र के रूप में रूपांतरित किया गया है. इनमें पूर्व मध्य रेल द्वारा तैयार किए गए 269 कोचें भी शामिल हैं. इन कोचों को बेहद हल्के मामलों में उपयोग में लाया जा सकता है. जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देश के अनुरूप ‘कोविड देखभाल केंद्रों‘ को सौंपा जा सकता है.
देश में 215 स्टेशनों में से 85 स्टेशनों पर रेलवे द्वारा स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएगा तथा राज्य के अनुरोध पर और 130 स्टेशनों पर ये सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकती हैं जहां चिकित्सक सहित अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधा राज्य स्वयं तय करेंगे. इस संबंध में केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. इन 215 स्टेशनों में से बिहार राज्य के 15 स्टेशन चिह्नित किए गए हैं जहां रेलवे/राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं संचालित की जा सकती है.
बिहार राज्य में बरौनी, दरभंगा, जयनगर, मुजफ्फरपुर, नरकटियागंज, पटना जं., रक्सौल, सहरसा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सोनपुर, जमालपुर, छपरा, सीवान एवं कटिहार सहित कुल 15 स्टेशनों पर स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकती हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुरूप इन स्टेशनों पर पूर्व मध्य रेल द्वारा आइसोलेशन/क्वारंटाइन वार्ड के रूप में तब्दील किए जा चुके 269 रेलवे कोचों को खड़ा किया जा सकता है. ये कोच हर तरह की चिकित्सा सुविधाओं से युक्त होंगे. इनमें कोविड-19 से संक्रमित अथवा संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन/क्वारंटाइन करने की व्यवस्था है.