न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : आरा/ बिहार :
2015 बैच के आइपीएस अधिकारी विनय तिवारी ने रविवार को भोजपुर जिले के 102वें नए एसपी के रूप में योगदान दे दिया। दोपहर करीब एक बजे आरा रेलवे स्टेशन पर अहमदाबाद -बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन से उतरने के बाद प्लेटफार्म पर विभाग का लंबा तामझाम देखकर गुस्सा गए। सर्किट हाउस पहुंचने के साथ ही जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद आगवानी में पहुंचे कनीय अफसरों का काफिला सकते में पड़ गया। सोमवार से विधिवत काम शुरू करेंगे।
दरअसल, नए पुलिस कप्तान पोस्टिग के पहले से ही छुट्टी पर अपने घर ललीतपुर, यूपी गए थे। 14 जुलाई को पटना सिटी एसपी से उनका तबादला भोजपुर के नए एसपी के रूप में कर दिया गया था। बकरीद पर विधि व्यवस्था को लेकर तत्काल बुला लिया गया। सूत्रों के अनुसार आरा आने से पहले नए एसपी गोपनीय रीडर को आने की सूचना दी थी। ट्रेन व बोगी की जानकारी देते हुए रेलवे स्टेशन पर गाड़ी एवं अंगरक्षक भेजने की बात कही थी।
गाड़ी में रखे रह गए गुलदस्ता
इधर, नए एसपी के आने की सूचना मिलने के बाद मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार, नवादा इंस्पेक्टर संजीव कुमार, टाउन इंस्पेक्टर शंभू भगत एवं सार्जेंट मेजर आर.बी चौधरी पहुंचे हुए थे। उनके पीछे जवानों का लंबा फौजा था। निर्धारित समय से पहले से ही सारे पुलिसकर्मी प्लेटफार्म पर साहब का इंतजार कर रहे थे। गाड़ी में गुलदस्ता भी लाए थे। इस दौरान नए एसपी की नाराजगी को देखकर वे सकते में पड़ गए। किसी को साहस नहीं हुआ कि वे जाकर गुलदस्ता भेंट कर दिया। इस दौरान नए एसपी ने साफ संकेत दिए कि वे राजा-महराजाओं की तरह दिखावे पर नहीं बल्कि काम पर विश्वास करते है।
बतौर एसपी पहला जिला, करना होगा कई चुनौतियों का सामना
इससे पूर्व वे पटना मध्य के पुलिस अधीक्षक थे। बतौर एसपी यह उनका पहला जिला होगा। इस दौरान उनके सामने बालू माफिया व सक्रिय अपराधियों पर अंकुश लगाने की चुनौती होगी। यूपी के ललितपुर जिला के भैलवारा गांव निवासी विनय तिवारी की गिनती बिहार के तेजतर्रार आइपीएस अफसर में की जाती है। अपनी ईमानदारी और सिद्धांत के लिए जाने जाते हैं।
यूपी के ललितपुर जिला के भैलवारा गांव के निवासी हैं। बीएचयू से सिविल इंजीनियरिग में बीटेक की डिग्री हासिल की। दो वर्ष की ट्रेनिग के बाद विनय तिवारी को बेगूसराय और गोपालगंज में तैनाती मिली थी। बखूबी कार्यों को अंजाम दिया था। उत्कृष्ठ सेवा पदक से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों सम्मानित हुए हैं। विनय तिवारी की काबिलियत को देखते हुए डीजीपी ने अभिनेता सुशांत सिंह मौत मामले की जांच के लिए मुंबई भेजा था। हालांकि, मुंबई पुलिस ने उन्हें क्वारंटाइन कर दिया था।