न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
सदर अस्पताल परिसर पानी-पानी हो गया है। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे किसी बड़े तालाब के बीच सदर अस्पताल भवन खड़ा है। पूरे परिसर में पानी का साम्राज्य है। हद तो यह है कि स्वास्थ्य महकमे के जिला स्तरीय मुख्यालय अर्थात सिविल सर्जन कार्यालय के चारों ओर घुटने भर पानी है। बगल के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय का भी वहीं हाल है। जबकि, पोस्टमार्टम हाउस तक आना-जाना भी मुश्किल है। अगर आप आइसीयू की ओर बढ़ते हैं तो घुटने भर पानी से होकर ही जाना पड़ेगा।
वहीं, गैर संचारी रोग कार्यालय एवं एआरटी सेंटर भी तालाब में खड़ा नजर आ रहा है। इस पानी से आंख अस्पताल, डब्ल्यूएचओ कार्यालय एवं रीजनल ट्रेनिग सेंटर भी प्रभावित है। इधर, मुख्य द्वार के बगल में बने ओपीडी भवन के चारों ओर पानी है। निबंधन काउंटर तक जाने के लिए भी पानी से होकर जाना होगा।
इतना ही नहीं सदर अस्पताल में मुख्य भवन में भी आप पानी से होकर ही जाएंगे। परिसर में पानी के बीच गाडियां खड़ी नजर आईं। सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर भी घुटने भर पानी है। ऐसा भी नहीं है कि यह स्थिति पहली बार देखी गई है। वर्षों से सदर अस्पताल पानी-पानी होता रहा है। कई बार जिलाधिकारी ने अपने निरीक्षण में इसे ठीक करने का आदेश दिया। बावजूद इसके तस्वीर नहीं बदली।
अस्पताल प्रबंधक विजयचंद्र झा ने बताया कि नाले की सफाई के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा नगर परिषद को कई बार लिखा जा चुका है। वर्तमान जिलाधिकारी से लेकर पूर्व के डीएम तक इसके लिए निर्देश दे चुके हैं। मगर, नालों की सफाई नहीं हुई। जलजमाव के कारण कई तरह जलजनित बीमारियां भी सर उठाने लगती हैं।