न्यूज़ टुडे टीम एक्सक्लूसिव : नई दिल्ली :
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव के बाद चीन के पीछे हटते कदमों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी उनके साथ मौजूद हैं। रक्षा मंत्री यहां एलएसी पर सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे और जवानों का हौसला बढ़ाएंगे।
रक्षा मंत्री ने चलाई मशीन गन
रक्षा मंत्री की मौजूदगी में भारतीय सेना के जवानों ने अभ्यास किया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने मशीन गन भी चलाई। लेह में रक्षा मंत्री ने मशीन गल चलाकर चालबाज चीन को चेतावनी दी। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लेह पहुंकर चीन को मुंहतो़ड़ जवाब देने वाले जवानों की पीठ थपथपा चुके हैं। राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख के गलवन में चीनी सैनिकों से हुई खूनी झड़प में घायल हुए जवानों से मुलाकात करेंगे।
एक इंच जमीन को कोई छीन नहीं सकता, स्वाभिमान पर चोट बर्दाश्त नहीं
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) का जायजा लेने के लिए लेह पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की एक इंच जमीन को कोई ले नहीं सकता है. भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज़ है. मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. हमारे जवानों ने शहादत दी है. इसका गम 130 करोड़ भारतवासियों को भी है.लेह के लुकुंग चौकी पर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए. कहां तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता, लेकिन इतना यकीन मैं जरूर दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्ज़ा नहीं कर सकता.
जवानों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है. हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की जमीन पर हमने कब्जा किया है. भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है.