न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
मोतिहारी में कोरोना वैश्विक महामारी के कारण पूरे जिले में अनलॉक -1 होने पर जिले की सड़कों पर लोगों की आवाजाही एवं सड़कों पर भीड़ दिखने को मिल रही थी, जिससे लोगों की आर्थिक स्थिति सुधार ही हो रही थी मगर कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही थी। राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होने से गुरुवार से पूर्णत: लॉकडाउन लगने से शहर के चारों तरफ सड़कों पर सन्नटा पसरा रहा।
लॉकडाउन के पहले दिन दुकानदारों के चेहरे पर जहां उदासी देखी गई वहीं, ऑटो चालक खुश नजर आ रहे थे। उन्हें वाहन चलाने की छूट मिली हुई थी। इस बीच जिला प्रशासन ने लॉकडाउन को तोड़ने वालों सख्ती से कार्रवाई कर रहा है, साथ ही में लॉकडाउन के नियम तोड़ने वालों से जुर्माना भी वसूल रहा है, ताकि इससे लोग डरकर इसके नियम का उल्लंघन न करें। पुलिस ने नगर थाना, बलुआ,पुराना बंजरिया ब्लॉक एवं अन्य जगहों पर ऐसे लोगों का इंतजार करते दिखे कि जो लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। या फिर जो बिना मास्क वालों से जुर्माना एवं बिना आवश्यक काम के घर से बाहर निकले हुए लोग वाहनों पर दिखे तो उनकी गाड़ी भी जब्त कर लिया जाता था।
लॉकडाउन के पहले दिन दवा, सब्जी, किराना दुकान, हार्डवेयर दुकान, होटल, हॉस्पिटल, कॉपी -किताबें का दुकान, बैंक एवं अन्य दुकानें भी खुली थी। लेकिन दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंचने की वजह दुकानदार के चेहरे पर उदासी छाई रही। साथ ही मोतिहारी बस स्टैंड में भी सन्नाटा दिखने को मिला, वहां 5-6 यात्री दिखे भी तो वह अनजाने में पहुँच गये थे और वह लोग अपने घर लौटने की बात की। लेकिन इस लॉकडाउन में ऑटो के चलाने की अनुमति मिलने पर भी ऑटो चालकों की चांदी नहीं कट रही है। कुछ लोगों का मानना था कि ऑटो चालक मनमानी भाड़ा वसूल करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ऑटो चालक सुनिल कुमार का कहना है कि जब तक बड़ी गाड़ी बस, ट्रेने और लोग घर से बाहर नहीं निकालेंगे तो उन्हें कैसे कोई सवारी मिलेगा। लेकिन पहले के अपेक्षा अब 50 रुपया ही सवारी मिल पा रही है और आज हमें 400 रुपया भाड़ा मिला है, वहीं लॉकडाउन से पहले 1000-1500 रुपया कमा लेते थे। साथ में खुशी भी व्यक्त कि की इस लॉकडाउन में भात-दाल रोटी के लिए तो निकल जा रहा है। वहीं शहर के सब्जी मंडियों में नहीं दिखा लॉकडाउन। मास्क तो सभी पहने रह रहे है, लेकिन बाजारों की भीड़ में सभी एक -दूसरे शरीर में स्पर्श कर रहे थे, सब्जियों को छूने से माना करने के बावजूद भी लोग हरी सब्जी को छूने से बाज नहीं आ रहे है।
इस तरह सब्जी खरीदने आये चांदमारी के सामाजिक कार्यकर्ता उमाशंकर प्रसाद का कहना है कि जो भी सब्जी बाजार खरीदकर घर ले जा रहे है उसे अच्छी तरह धोकर रसोईघर में ले जाए। ज्यादातर वहीं सब्जियां खरीदे जो विटामिन सी युक्त हो क्योंकि इससे इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होगा। एक बार में ज्यादा सब्जियों को खरीदकर घर में स्टॉक न करें, क्योंकि उसमें का लाभदायक विटामिन खत्म हो जायेंगे। अभी कोरोना गया नहीं है, इसलिए आमलोगों को बचकर रहना पड़ेगा एवं सावधानी बरतने की आवश्यक है।