9न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : बेतिया/ बिहार :
बेतिया, पश्चिम चम्पारण समाहरणालय सभाकक्ष में बाढ़ से पूर्व की जा रही तैयारियों की समीक्षा जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उपर्युक्त समीक्षा के क्रम में डीएम ने कहा कि सभी संबंधित पदाधिकारी तटबंधों पर नियमित पेट्रोलिंग करेंगे, विशेष तौर पर रात को पेट्रोलिंग कराना सुनिश्चित करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि तटबंधों की निगरानी को शीघ्र 110 गृहरक्षावाहिनी के जवानों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
प्रतिनियुक्ति के बाद उनके कार्यों का लगातार अनुश्रवण सभी संबंधित एसडीएम एवं कार्यापालक अभियंता सुनिश्चित करेंगे। जिला पदाधिकारी ने कहा कि बाढ़ आपदा के समय सभी संबंधित अभियंता, पदाधिकारी, कर्मी अपने मोबाईल को (स्वीच आॅफ) बंद नहीं करेंगे। उन्होंने सभी संबंधित कार्यपालक अभियंताओं को सभी अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मियों का अद्यतन डाटाबेस जिसमें नाम, मोबाईल नंबर, अल्टरनेट मोबाईल नंबर हों, आपदा शाखा को उपलब्ध करा दें। इसके साथ ही प्रतिदिन अचूक रूप से खैरियत प्रतिवेदन आपदा शाखा को उपलब्ध कराने का निदेश डीएम ने दिया है।
सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण, बाढ़ नियंत्रण कक्ष, क्षेत्रीय नियंत्रण कक्ष से समन्वय स्थापित कर नियंत्रण कक्ष को सुचारू ढंग से संचालित करने की दिशा में अग्रतर कारवाई करने का निदेश जिला पदाधिकारी ने दिया है। जिला में किसी स्थान पर किसी कारणवश एंटीरोजन कार्य नहीं हो पाया हो, तो तुरंत उस स्थान को चिन्हित करते हुए। वहां एंटीरोजन कार्य कराना सुनिश्चित करने का निदेश कार्यपालक अभियंताओं को दिया गया है। उन्होंने कार्यपालक अभियंताओं से कहा कि संभावित बाढ़ के परिप्रेक्ष्य में एक व्हाट्सएप ग्रुप संचालित किया जा रहा है। इस ग्रुप में दिये जाने वाले निदेशों का त्वरित गति से निष्पादन कराना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कार्यपालक अभियंताओं को निदेश दिया कि स्लुईस गेट को ओपेन करने से पूर्व उस क्षेत्र में पूर्व से व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं, जिससे किसी भी प्रकार के जानमाल की क्षति नहीं हो पाये। जिला आपदा प्रभारी को टास्क फोर्स का गठन, ड्राई राशन, फुट पैकेट, हैलोजन, ओआरएस, क्रेन, जेसीबी अन्य आवश्यक सामग्रियों को उपलब्धता ससमय सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर, वाटर टैंकर आदि की व्यवस्था अपडेट रखने को कहा है। जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशुओं के लिए चारा, पशु आश्रय स्थल, पशु निष्क्रमण, वैक्सीनेशन सहित पशु क्षति मुआवजा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं हर हाल में ससमय पूर्ण कर लेने को निदेशित किया गया है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि बाढ़ आने के उपरांत प्रभावित व्यक्तियों को चिन्हित आश्रय स्थलों पर रखना है। इसलिए सभी आश्रय स्थल को प्राॅपर तरीके से सैनेटाइज किया जाय।
आश्रय स्थल में रहने वाले व्यक्तियों की हेल्थ स्क्रीनिंग भी करायी जायेगी। अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण से संदिग्ध पाया जाता है तो उन्हें अविलंब हेल्थ क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचाया जाना है। इसलिए आश्रय स्थलों के समीप हेल्थ क्वारंटाइन सेंटर के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाय। इस बैठक में सहायक समाहर्ता कुमार अनुराग, अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह, उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता, ओएसडी बैद्यनाथ प्रसाद, जिला मत्स्य पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव, जिला आपदा प्रभारी अनिल राय व अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।रR4