न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : नई दिल्ली :
दिल्ली में कोरोना के बिगड़ते हालात पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक जारी है। बैठक में पहुंचे आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि केंद्रीय मंत्री अमित शाह के समक्ष अपनी राय रख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, तीनों ही प्रमुख दल कोरोना का टेस्ट करने की बात पर सहमत हैं। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में ज्यादा से ज्यादा लोगों का कोरोना टेस्ट कराने की बात रखी है।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि बैठक में कांग्रेस की ओर बतौर प्रतिनिधि पहुंचे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने अमित शाह से मांग की है कि कोरोना का टेस्ट सबके के लिए उपलब्ध होना चाहिए। यह सबका अधिकार है। इसी के साथ कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि जो सदस्य कोरोना से पीड़ित हो, उसके परिवार को 10,000 रुपये दिए जाएं।
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आ रही है कि सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि चौथे वर्ष के मेडिकल छात्रों को गैर-स्थायी निवासी डॉक्टरों के रूप में इस्तेमाल किया जाए और स्वास्थ्य कर्मचारियों के संकट के चलते बैचलर ऑफ फार्मेसी या नर्सिंग के भी चौथे वर्ष के छात्रों को स्वास्थ्य के लिए वैकल्पिक रूप में इस्तेमाल किया जाए।
कांग्रेस की ओर से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी बैठक में पहुंचे हैं, जबकि दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी की मानें तो अमित शाह दिल्ली के राजनीतिक दलों के साथ कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे। साथ ही राजनीतिक दलों की राय भी लेंगे।
अनिल चौधरी ने रविवार को ही कहा था- ‘मुझे गृह मंत्रालय से बैठक की सूचना मिली है। मैं बैठक में भाग लूंगा और लोगों से मिले सुझाव को गृहमंत्री के समक्ष रखूंगा।’ वहीं, भाजपा की ओर से इस बैठक में दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता शिरकत कर सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी इस बैठक में कम टेस्टिंग समेत अस्पतालों की व्यवस्था का सुझाव दे सकती है।
इससे पहले रविवार को अमित शाह की दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली के तीन नगर निगमों के महापौरों और आयुक्तों के साथ दो-दो मीटिंग की थीं। इसमें कई अहम निर्णय लिए गए थे।
बैठक के बाद कहा गया है कि दिल्ली में अगले 2 दिनों में कोविड-19 की जांच की संख्या दोगुनी की जाएगी। 6 दिन बाद टेस्टिंग को तीन गुना किया जाएगा, जिससे पीड़ितों की पहचान कर उनका समय पर इलाज हो सके और अन्य लोगों में फैलने से रोका जा सके।
इसी के साथ दिल्ली को 500 रेलवे आइसोलेशन कोच देने की भी घोषणा हुई, जिसमें 8,000 अतिरिक्त बेड होंगे। खासकर कंटेनमेंट जोन में कॉन्टैक्ट मैपिंग के तहत घर-घर जाकर हर एक का हेल्थ सर्वे किया जाएगा। केंद्र ने अपने पांच सीनियर अधिकारी भी दिल्ली सरकार को दिए हैं ताकि प्लानिंग और मैनेजमेंट बेहतर हो सके।
बता दें कि दिल्ली में रविवार को अब तक के सर्वाधिक 2,224 नए मामले सामने आए। इसके बाद राज्य में कुल मरीजों का आंकड़ा 41,182 हो गया है। जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1300 के पार चली गई है।