न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
अखिल भारतीय अभिभावक- शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुमार शेखर ने अपने श्री कृष्ण नगर मोतिहारी आवास पर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी की स्थापना के लिए चम्पारण का एक-एक व्यक्ति संघर्ष किया था ताकि विश्वविद्यालय के माध्यम से उच्च शिक्षा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की कर्मभूमि चम्पारण से देश को नई दिशा दिया जा सके । पिछले दो कुलपतियों का कार्यकाल से चम्पारण के लोगों को निराशा हुई है।
महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के कुलाधिपति पद्मश्री डॉ महेश शर्मा ने राष्ट्रपति जो विश्वविद्यालय के विजिटर भी होते हैं को पत्र लिख कर वर्तमान कुलपति प्रो संजीव शर्मा को लम्बी छुट्टी पर भेज कर विश्वविद्यालय में हुई अनियमितताओं की जांच कराने के लिए निवेदन किया है।
महात्मा गांधी जी की 150वीं जन्म जयंती वर्ष में भारत देश भर में कौन कहे बल्कि चम्पारण के लोगों में भी गांधी जी के संदेश को पहुंचाने में विश्वविद्यालय के कुलपति असफल रहे हैं ।
विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद या विद्वत्त परिषद, वित्त एवं अकादमिक समितियों की नियुक्तियों एवं कार्यकलापों में अनियमितता हुई है । विश्वविद्यालय के कुलसचिव, वित्त अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक जैसे महत्वपूर्ण पदों को रिक्त रख कर तदर्थ ढ़ग से विश्वविद्यालय का संचालन किया जा रहा है तथा जिसमें घोर अनियमितताएं की जा रही है । विश्वविद्यालय के द्वारा एक जर्नल का प्रकाशन किया गया है जिसमें महात्मा गांधी जी की तस्वीर तक नहीं है तथा चम्पारण से जुड़े गांधी जी पर कोई आलेख नहीं है जिसके लिए कुलाधिपति ने कुलपति संजीव शर्मा को पत्र लिख कर विरोध प्रकट किया था ।
विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए पूर्वी चम्पारण के सांसद9 राधामोहन सिंह की अध्यक्षता में चम्पारण के लोगों ने दिल्ली में धरना दिया था । दिल्ली के राजघाट पर प्रदर्शन के दौरान हमने गिरफ्तारी दी थी ताकि विश्वविद्यालय के माध्यम से चम्पारण फिर से देश को नया संदेश दे सके। भ्रष्टाचार मुक्त विश्वविद्यालय बनाना एक-एक चम्पारण वासियों का नैतिक दायित्व है ।
महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के कुलाधिपति पद्मश्री डॉ महेश शर्मा ने भ्रष्टाचार मुक्त विश्वविद्यालय के लिए कदम बढ़ाया है जिसके लिए जन अभियान चलाया जाएगा । केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से हमारी मांग है कि कुलाधिपति पद्मश्री डॉ महेश शर्मा के पत्र के आलोक में शीध्र कार्रवाई की जाए ताकि चम्पारण के लोगों ने विश्वविद्यालय को लेकर जो सपना देखा है वह पूरा हो सके।