
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मुम्बई/ महाराष्ट्र :
फ़िल्म लाईन में जरूरी नहीं कि जैसा किरदार एक्टर पर्दे पर निभा रहा हो असल जिंदगी में वह वैसा ही हो। इस बात को पूरी तरह से साबित किया है बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने। आज जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी जैसे संकट से गुजर रहा है तो ऐसे में सोनू सूद मजबूरों के लिए मसीहा बनकर सामने आए हैं। सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने रहे हैं। अबतक वह हजारों प्रवारी मजदूरों के उनके घर पहुंचा चुके हैं। जो भी सोनू सूद से मदद के लिए मैसेज कर रहा है या ट्वीट कर रहा है सोनू उसका जवाब दे रहे हैं और उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं। लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद के बारे में आज हम आपको उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
एक्टर सोनू सूद ने बॉलीवुड के साथ साउथ की फिल्मों में भी काम किया है। वह पंजाब के मोगा के रहने वाले हैं। मोगा में उनके पापा की कपड़े की दुकान थी जिसका नाम बॉम्बे क्लॉथ हाउस था। सोनू को बचपन से ही एक्टर बनने की चाह थी। वहीं सोनू सूद की मां प्रोफेसर थीं। वह चाहती थीं कि सोनू सूद बड़े होकर कुछ अच्छा काम करे और बड़ा आदमी बने। ऐसे में उन्होंने इंजीनियरिंग करने के लिए सोनू को नागपुर भेज दिया। इसके बाद सोनू इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर भी बन गए लेकिन हीरो बनने का कीड़ा तो उनको काट चुका था।
सोनू ने अपनी मां से कहा से मुझे एक साल दे दीजिए अगर मैं कुछ नहीं कर सकता तो मैं वापस आकर पापा की कपड़े की दुकान संभाल लूंगा। बस फिर क्या था, सोनू मुंबई आ गए और काम को लेकर स्ट्रगल शुरू। स्ट्रगल के दिनों में सोनू एक फ्लैट में 5-6 लोगों के साथ रहने लगे। कुछ नहीं हो रहा था, कोई काम नहीं मिल रहा था। हर कोई रिजेक्ट किए जा रहा था।
इसके बाद सोनू ने अपनी तस्वीरें कहीं भेजी। पता चला कि वहां तो हीरोइन के लिए लड़की ढूंढी जा रही है और इन्होंने अपनी फोटो भेज दी। लेकिन यहीं से सोनू की किस्मत ने अपना रंग दिखाया। सोनू को कॉल आया कि साउथ इंडियन फिल्म के लिए उन्हें सेलेक्ट कर लिया गया है तो ऑडिशन के लिए आ जाइए। फिर क्या था सोनू पहंच गए।
यहां पर सोनू के साथ काफी अजीबो-गरीब ऑडिशन हुआ। जब सोनू वहां ऑडिशन के लिए पहुचे तो डायरेक्टर प्रोड्यूसर ने उनसे शर्ट उतारने के लिए कहा। पहले सोनू को थोड़ा अजीब लगा। फिर उन्होंने शर्ट उतार दी। इसके बाद सोनू ने शर्ट उतार दी। सबने उनकी बॉडी की खूब तारीफ की। बॉडी देखी गई और सोनू सेलेक्ट हो गए साउथ इंडियन फिल्म में रोल मिल गया।
सोनू ने तमिल फिल्म की उसके बाद तेलुगू फिल्म में काम के बाद बॉलीवुड फिल्मों में काम शुरू किया। हिंदी सिनेमा में उनकी पहली फिल्म ‘शहीद-ए-आजम भगत सिंह’ थी। इस फिल्म में उन्होंने भगत सिंह का रोल निभाया। सोनू सूद को सही मायने में पहचान मिली सलमान खान की फिल्म ‘दबंग’ के कैरेक्टर छेदी सिंह से।
लॉकडाउन में बेरोज़गार और बेघर हुए मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का ज़िम्मा उठा रहे सोनू सूद को उनके इस इनिशिएटिव के लिए ख़ूब तारीफ़ें मिल रही हैं। सोशल मीडिया के ज़रिए तमाम परेशान लोग उनसे घर पहुंचाने की गुज़ारिश कर रहे हैं। सोनू ने लोगों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नम्बर और व्हाट्स एप नंबर जारी किया है, जिस पर उन्हें ज़बर्दस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। सोनू ने ट्विटर पर इस नंबर की जानकारी दी है।
सोनू ने विज्ञापन के अंदाज़ में सूचना जारी की है- नमस्कार, मैं आपका दोस्त सोनू सूद बोल रहा हूं। मेरे प्यारे श्रमिक भाइयों और बहनों, अगर आप मुंबई में हैं और आप अपने घर जाना चाहते हैं, तो कृपया इस नंबर पर कॉल करें- 18001213711 या अपना नाम और पता व्हाट्स एप करें। नंबर है- 9321472118… साथ ही बताएं कि आप कितने लोग हैं। अभी कहां पर हैं और कहां जाना चाहते हैं। मैं और मेरी टीम, जो भी मदद कर पाएंगे, ज़रूर करेंगे। हमारी टीम जल्द ही आपसे संपर्क करेगी। इस विज्ञापन को शेयर करने के साथ सोनू ने लिखा है- चलो घर छोड़ आऊं।