न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : भागलपुर/ बिहार :
पूरे देश में लॉक डाउन 4 चल रहा है,जो 31 मई तक चलने वाला है, वही इस लॉक डाउन में लगातार अजब गजब मामले सामने आ रहे हैं। जिसे सबको हैरान कर रख दिया है । वहीं ताजा मामला बिहार के भागलपुर से है जो सबको रोंगटे खड़े कर देने वाला है ।
बतादें कि दाह संस्कार के लिए पैसे नहीं होने के कारण शव को घर में ही दफनाने का एक मामला सामने आया है। मामला बिहार के भागलपुर का है। इशाकचक स्थित झोपड़पट्टी में शनिवार को स्वजनों ने गुड्डू मंडल की मौत के बाद शव घर में ही दफना दिया। आसपास के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो पुलिस को सूचना दी।
थाने के इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए शव को गड्ढे से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने ही कुछ स्थानीय लोगों की मदद से दाह संस्कार भी करा दिया। सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
पुलिस को गुड्डू के भतीजे नीरज ने बताया कि उसके चाचा कचरा चुनने का काम करते थे। उन्हें मिर्गी का दौरा पड़ता था। शुक्रवार की रात अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। वे नशे के लिए दवाई भी खाते थे। शुक्रवार की रात वे घर पहुंचे तो उनकी तबीयत बिगड़ी हुई थी। वे उल्टी कर रहे थे। मिर्गी का दौरा भी आया था। रात को तबीयत में सुधार के बाद वे लोग सोने चले गए, लेकिन सुबह चाचा उठे ही नहीं, उनकी मौत हो गई थी।
वही नीरज ने बताया कि मौत की सूचना आसपास के लोगों को भी हुई, लेकिन कोई दाह संस्कार के सहयोग के लिए भी नहीं आया, अन्यथा चाचा का दाह संस्कार वे लोग कर सकते थे। गुड्डू ने शादी की थी, लेकिन 10 साल पहले ही पत्नी से अलग हो गए थे। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थानीय पार्षद कुमारी कल्पना समेत अन्य मोहल्ले के लोगों ने चंदा कर अंतिम संस्कार बरारी गंगा तट पर किया।