न्यूज़ टुडे टीम फ़िल्म अपडेट : मधुबनी- जहानाबाद/ बिहार :
बिहार के मधुबनी की कहानी बड़े पर्दे पर आ रही है. दरअसल चर्चित निर्देशक हैदर काजमी मधुबनी की एक दर्दनाकर कहानी को लेकर फिल्म बनाई है. इस फिल्म का नाम होगा-‘बैंडिट शकुंतला’.
बिहार के मधुबनी की कहानी बड़े पर्दे पर आ रही है. दरअसल हैदर काजमी मधुबनी की एक दर्दनाकर कहानी को लेकर फिल्म बनाई है. इस फिल्म का नाम होगा-‘बैंडिट शकुंतला’. फिल्म निर्देशक हैदर काज़मी की फिल्मों को इंटरनेशनल स्तर पर बहुत एक्सपोजर मिलता रहा है. हैदर अपने ही रिश्तेदारों और साथी ग्रामीणों द्वारा बलत्कृत महिला की कहानी को लेकर फिल्म बनाई है. हैदर बिहार के जहानाबाद के रहने वाले हैं और करीब दो दशकों से थिएटर, टीवी और फिल्मों में सक्रिय हैं.
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फिल्म की सबसे बड़ी खासियतों में से एक बात यह है कि स्वयं शकुंतला देवी न केवल फिल्म में अभिनय कर रही हैं बल्कि इस फिल्म की लीड किरदार वे खुद हैं. निर्देशक ने बताया कि इस बायोपिक की पूरी शूटिंग बिहार के जहानाबाद समेत अन्य लोकेशन पर हुई है. इस फिल्म में चर्चित अभिनेता अभिमन्यु सिंह के अलावा, ओमकार दास मानिकपुरी (पीपली लाइव से प्रसिद्द) भी एक प्रमुख किरदार में हैं फिल्म में निर्देशक हैदर काजमी भी अभिनय कर रहे हैं. इनके अलावा रतनलाल, ललितेश, ज़फ़र काज़मी और विशाल तिवारी भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं.
वास्तविक जीवन पर बनी है फिल्म
फिल्म को लेकर अभिमन्यु ने कहा कि मैंने लगभग 3 सप्ताह तक जहानाबाद के पास के गाँव के इलाकों में शूटिंग की. यह फिल्म बिहार की शकुंतला देवी की वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित है. फिल्म के बारे में दिलचस्प बात यह है कि शकुंतला देवी खुद मुख्य किरदार में हैं, जिनके साथ काम करने का अनुभव बहुत खास रहा.
फिल्म में इन्होंने निभाई है भूमिका
अभिनेता-निर्देशक हैदर काजमी ने कहा कि मुझे यकीन है कि इस फिल्म के बाद अभिमन्यु सिंह अपने फ़िल्मी करियर की सबसे यादगार भूमिका निभाएंगे और दर्शकों के दिल में एक खास जगह बनाएंगे. फिल्म दर्शकों को जोड़ने का काम करेगी. आपको बता दें कि फिल्म के पीआरओ रंजन सिन्हा हैं जो बॉलीवुड इंडस्ट्री के विख्यात पीआर हैं. बैंडिट शकुंतला का निर्माण यूपीजे फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले किया गया है जिसमें प्रमुख भूमिका पिंटू कुमार, उपेंद्र कुमार और श्रवण कुमार की है. फिल्म के सह-निर्माता लियाकत गोला हैं और फिल्म की कहानी शिवराम यादव ने लिखी है. म्यूजिक अमन श्लोक का है. सिनेमोटोग्राफी जगमिंदर सिंह ने की है और संपादक बल्लू सलूजा है. इस फ़िल्म का फास्टलुक एएफएम यानी अमेरिकन फ़िल्म मार्केट में की गई जहां इसकी काफी प्रसंशा हुई.