न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★ऐसे सभी फर्जी प्रेस कार्ड धारण करनेवाले अयोग्य तथाकथित पत्रकार और कार्ड जारी करनेवाले व्यक्तियों पर भी शिकंजा कसने हेतु देश के सभी जिलाधिकारियों को निदेशित किया गया है साथ ही उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं★
देश के सभी राज्यों में ज्यादातर न्यूज़ पोर्टल व यूट्यूब न्यूज़ चैनलों के संपादकों ने खुद को संपादक घोषित कर रखा है तथा फर्जी प्रेस कार्ड भी जारी कर रहे हैं। ऐसे मामलों की गंभीरता को देखते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (RNI) सख्ती से निपटना शुरू कर दी है। सोशल साइट्स, न्यूज़ पोर्टल एवं यूट्यूब पर न्यूज़ चैनल बनाकर स्वयं को संपादक लिखने वाले कथित संपादक पर जालसाज का केस दर्ज कर जेल भेजे जाने की तैयारी सरकार द्वारा की जा रही है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का स्पष्ट कहना है कि प्रेस कार्ड को जारी करने का अधिकार सिर्फ (RNI) रजिस्टर्ड समाचार पत्रों के संपादक को तथा ऐसे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल जो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हैं वही जारी कर सकते हैं। अब सरकार द्वारा अभियान चलाकर फर्जी संपादकों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है और वैसे कथित लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उन पर खबरें चलाकर खुद को संपादक कहना अनैतिक
इन दिनों यूट्यूब न्यूज़ पोर्टल व फेसबुक पर खबरें चलाने वाले लोग खुद को संपादक घोषित कर प्रेस कार्ड जारी कर रहे हैं तथा ख़बरें दिखाकर विभिन्न विभागों के सरकारी अफसरों के साथ बैठकर पहले अपने ही लोगों द्वारा फोटो खिंचवा कर डीपी में लगा लेते हैं और अफसरों से वार्ता कर फोन रिकॉर्डिंग रख फिर इसी को दिखा सुना कर अन्य लोगों को धमकी देकर उनसे अनुचित लाभ लेकर धन उगाही कर रहे हैं। कुछ लोग पुलिस विभाग के छोटे बड़े अफसरों व पत्रकारों को जोड़कर मोहल्ला वार्ड एरिया शहर के व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उन पर खबरें चलाकर भी अनैतिक कार्यों में लिप्त हैं इनका मकसद केवल ख़बरें दिखा कर लोगों को धमका कर तथा खुद को अधिकारी का करीबी ऊंची पहुंच बताकर आम जनमानस पर रौब जमा कर धन उगाही करना आज भी बदस्तूर जारी है पूरे भारत में भी ऐसे लोगों की जानकारी सामने आई है जो खुद को संपादक घोषित कर प्रेस कार्ड जारी कर प्रतिमाह लाखों रुपया की धन उगाही कर रहे हैं धन उगाही आम जनता से लेकर अफसरों से की जा रही है जिनको पत्रकारिता जगत से जुड़े रजिस्ट्रर्ड समाचार पत्र के पत्रकारों को भी तलाश है जिनके कारण पत्रकारिता से जुड़े लोगों की छवि धूमिल हो रही अति शीघ्र सरकार ऐसे लोगों की लिस्ट बना कर इन लोगों द्वारा ठगे गए लोगों से जानकारी इकट्ठा करेगी तथा इनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई भी करने की तैयारी है।
फर्जी पत्रकारों पर होगी कार्यवाही
मंत्रालय द्वारा यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ऐसे सभी फर्जी प्रेस कार्ड धारण करनेवाले अयोग्य तथाकथित पत्रकार और कार्ड जारी करनेवाले व्यक्तियों पर भी शिकंजा कसने हेतु देश के सभी जिलाधिकारियों को निदेशित किया गया है साथ ही उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कौन जारी कर सकता है प्रेस कार्ड
मंत्रालय के सचिव स्तर के एक अधिकारी द्वारा बताया गया कि न्यूज़ पोर्टल और यूट्यूब चैनल बनाकर आप खबरों को तो दिखा सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि आप एक पंजीकृत मीडिया संस्थान हो। आप प्रेस कार्ड जारी करने का अधिकार नहीं रखते हैं। यदि आप ऐसा करते हो तो यह विधि विरुद्ध है। प्रेस कार्ड जारी करने का अधिकार सिर्फ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानों को ही है।