न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
बिहार में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. राज्य में बुधवार को कुल 37 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. पश्चिमी चंपारण जिले में पहली बार कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद राज्य के 38 में 29 जिले इसकी चपेट में आ गये हैं. इनमें बक्सर के 14 और पश्चिमी चंपारण के पांच, दरभंगा के चार, पटना व रोहतास के तीन-तीन, बेगूसराय व भोजपुर के दो-दो और वैशाली, मधेपुरा, औरंगाबाद व सीतामढ़ी के एक-एक मरीज शामिल हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़कर 403 हो गयी है. बक्सर 40 मरीजों के साथ नालंदा को पछाड़ कर अब तीसरे नंबर पर आ गया है. वहीं, पहले नंबर पर मुंगेर और दूसरे नंबर पर पटना है.वहीं मंगलवार को बिहार में कोरोना के 20 नए संक्रमित मरीज मिले थे.
राजधानी पटना में अगर निजी स्कूल 10 अप्रैल को जारी आदेश का उल्लंघन करेंगे तो अब स्कूलों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी जायेगी. लगातार फीस मांगने की शिकायत जिला प्रशासन को मिल रही है. लॉकडाउन के चलते बंद पड़े निजी स्कूलों की ओर से बच्चों की फीस जमा करवाने का मैसेज लगातार पैरेंट्स के मोबाइल पर आ रहा है. लगातार मैसेज से अभिभावक भी परेशान हैं.
अब तक 65 मरीज हुए ठीक
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना और एइएस एक्यूट एंसिफ्लाइटिस सिंड्रोम का प्रभाव रोकने लिए हर मोर्चे पर तैयार है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के निर्देशानुसार एक मई से पूरे सूबे में डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग की जायेगी. सात जिलों सीवान, बेगूसराय, नवादा, नालंदा, गया, मुंगेर और शेखपुरा में डोर टू डोर स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि विभाग की बेहतर व्यवस्था का ही परिणाम है कि बुधवार को और एक मरीज सहित 65 संक्रमित कोरोना के काल से बाहर निकल चुके हैं.