न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
जैसा कि हम जानते हैं चैन की जिंदगी तो गांवों में बसती है. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोगों का रहन-सहन और खान-पान काफी हद तक बिगड़ गया है. लोग दवाओं पर निर्भर हो गए हैं. साल भर में कई मरीज, लाखों की दवाएं खा जा रहे हैं. कुल मिलाकर हमारे जीवन की गाड़ी दवाएं से ही चल रही है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है पहले के लोग कैसे ज्यादा उम्र तक जीते थे, ऐसा बिल्कुल नहीं है कि वे बीमार नहीं पड़ते होंगे. दरअसल, अभी डॉक्टर, जबकि पहले वैद्य हुआ करते थे. और वे जड़ी बूटीयों से ही लोगों को स्वस्थ कर दिया करते थे.हमारे आसपास भी कई ऐसी जड़ी-बूटियां मौजूद होती है जिससे हम अपना प्राथमिक के अलावा, बड़े-बड़े उपचार भी कर सकते हैं. तो आइये जानते है ऐसे ही कुछ उपचारों और जड़ी बूटीयों के बारे में…नीम की पत्तियों से उपचार
– नीम के पेड़ केवल गर्मी में ठंड का एहसास ही नहीं बल्कि कई बीमारियों के उपचार में कारगर है
– इनकी छोटी डाली या पत्तियां घर में मलेरिया फैलाने वाले मच्छर समेत वातावरण में मौजूद किटाणुओं को भगाने में कारगार है
– इसकी पत्तियों को पीस कर फेस में लेप लगाने से चेहरे पर रौनक तो आती ही हैं साथ में मुहांसे और डेड सेल्स को भी साफ करने में कारगार है.
– इसके कई गुणों के कारण गांवों में नीम के पेड़ को ही दवाखाना माना जाता है, इसके फल, पत्ते, टहनियां सब औषधी के रूप में काम आती है
– इसके पत्ते को प्रतिदिन सुबह खाली पेट चबाने से कई तरह के रोग छूमंतर हो सकते हैं. यह पेट सहित पूरे शरीर में मौजूद बैक्टिरिया को समाप्त करके पेट साफ रखता है
– इसकी पत्तियां चबाने से इम्यूनिटी भी बढ़ती है जो बीमारियों से लड़ने में शरीर को मजबूत बनाता है
– कई औषधीय गुणों के कारण यह मधुमेह, कैंसर, एलर्जी, अल्सर, पीलिया समेत अन्य बड़े इलाजों में भी दवा के रूप में काम में लाया जाता है.
– हाल ही में आपने होली के समय सुना होगा कि लोग कोरोना वायरस को वातावरण से भगाने के लिए अगजा में इसके पत्ती और डालियां जला रहे थे. हालांकि, यह कितना सच है ये तो शोध का विषय लेकिन, किसी भी किटाणुओं को मारने में आज भी शहर के लोग भी सबसे पहले नीम पर भरोसा करते है.तुलसी की पत्तियां खाने के फायदे
– तुलसी की पत्तियों के कई फायदे हैं. प्रतिदिन पांच पत्तियों के सेवन से आपको अद्भुत लाभ मिल सकता है.
– आयुर्वेद विशेषज्ञों की मानें तो यौन रोगों को ठीक करने में इसके बीज काफी है. इसके बीज का नियमित इस्तेमाल आपके यौन-दुर्बलता और नपुंसकता में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.
– सांस की दुर्गंध दूर करने के लिए करने के लौंग, तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद माने गए हैं.
– इसके पत्तों प्रतिदिन चबाना चाहिए इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. यह महिलाओं की अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर कर सकता है.
– सर्दी-जुकाम या हल्का बुखार हो, मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को मिलाकर काढ़ा बनाकर पिएं. चमत्कारी लाभ मिलेगा.
– दस्त से परेशान हैं तो इसके पत्तों को जीरे के साथ मिलाकर पीस लें. और दिन में 5-6 बार चाटें. दस्त रुक जाती है.
– एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण चोट वाले जगह पर लगाने से घाव को पकने नहीं देता. इसके पत्ते को तेल में मिलाकर लगाने से जलन भी कम होती है.
– स्कीन संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगार है. इससे कील-मुहांसे खत्म हो जाते हैं और चेहरा साफ होता है.
– तुलसी के बीज से कैंसर का भी इलाज संभव है. कई शोधों से ऐसा मालूम चला है.अमरूद के पत्तों के फायदे
– अमरूद के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों होते हैं. यही कारण है कि यह त्वचा, बाल और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए इसकी पत्तियों के रस का सेवन करना चाहिए.
– एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण अमरूद के पत्तें वजन घटाने में मददगार साबित होते हैं
– मधुमेह के रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद है
– यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करते है
– डायरिया जैसी समस्याओं से भी निजात दिलाते हैं
– इसके पत्ते पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में भी सहायक
– इसके अलावा मुहं में पड़े छाले को भी इसके पत्तों के चबाने से समाप्त किया जा सकता है
Note: ये उपचार सदियों से चलने वाले कुछ घरेलू उपचार है. जिसे अपना कर आप हानिकारक दवाएं खाने से बच सकते हैं. हालांकि, इसे अपनाने से पहले आप डॉक्टर से जरूर परामर्श ले लें.