न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन मरकज से तब्लीगी जमात में शामिल लोग बिहार के विभिन्न मस्जिदों में छुपे हैं जिन्हें पुलिस तलाशकर उन्हें निकालकर उनके वीजा पासपोर्ट की जांच कर रही है जिसमें कई लोगों ने वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए गए हैं। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी क्रम में पटना के फुलवारीशरीफ स्थित संगी मस्जिद से क्वारेंटाइन में रह रहे 17 जमातियों को गिरफ्तार किया था। वहीं आज अररिया और बक्सर में भी जमातियों पर कार्रवाई की गई है।बक्सर जिले के नया भोजपुर से 14 दिन पहले क्वारंटाइन किये गए 7 इंडोनेशिया और 4 मलेशिया नागरिकों को वीजा नियमों के उल्लंघन में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है तो वहीं अररिया में भी जामा मस्जिद में रह रहे नौ जमातियों को पुलिस अपने साथ लेकर थाने पहुंची है। इसने कड़ी पूछताछ कर रही है। इनका कहना है कि पहले मेरे देश को इसकी जानकारी दें। बमुश्किल पुलिस इन्हें अपने साथ थाने लाई है। इनमें से आठ मलेशिया के तो एक जमाती आस्ट्रेलिया का है।वीजा नियमों के उल्लंघन को लेकर पटना में भी सोमवार को गिरफ्तारी हुई है। ये विदेशी टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आते हैं। ऐसे लोगों को धर्म प्रचार की अनुमति नहीं होती। अब कोरोना के चक्कर में पकड़ गए तो पता चला कि वर्षों से यह गड़बड़ी चल रही थी। बड़ी संख्या में लोग टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आते हैं और धर्म का प्रचार करते हैं।बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद पटना पुलिस ने साेमवार काे फुलवारीशरीफ के संगी मस्जिद में क्वारेंटाइन किए किर्गिस्तान के 7 और समनपुरा के एक अपार्टमेंट में क्वारेंटाइन किए इसी देश के 10 जमाएत से जुड़े लाेगाें काे गिरफ्तार कर लिया। फुलवारीशरीफ और शास्त्रीनगर थाना की पुलिस अपने-अपने इलाकाें से 17 काे काेर्ट ले गई जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया गया।इस बाबत फुलवारीशरफ थाना में 7 पर एक केस दर्ज हुआ है जबकि एक केस इन 10 विदेशियों पर दीघा थाना में दर्ज किया गया है। इन लाेगाें पर आराेप है कि ये लाेग टूरिस्ट वीजा पर आए थे पर यहां धार्मिक प्रचार-प्रसार कर रहे थे। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गृह मंत्रालय के आदेश पर केस दर्ज हुआ है। इन लाेगाें पर विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14 बी के तहत केस दर्ज किया गया है।समनपुरा और फुलवारीशरीफ में विदेशियाें के साथ एक-एक भारतीय भी थे। दाेनाें अनुवादक के रूप में मरकज से पटना आए थे। इन दाेनाें पर काेई कार्रवाई नहीं हुई है। इधर पुलिस ने जिल 17 विदेशियाें काे जेल भेजा, उससे पहले काेराेना का टेस्ट भी कराया था। सबकी रिपाेर्ट निगेटिव आई।