न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
चंपारण में लगातार तीसरे दिन मुसलाधार बारिश के कारण सभी नदियां उफाना कर बांध व सड़क को ध्वस्त करते हुए गांवों पर कहर बरसाने लगी है। जिसमें गडक नदी के वाल्मीकिनगर बैराज से चार लाख 28 हजार क्यूसेक पानी मंगलवार की रात को डिस्चार्य हुआ है। जिससे आज दोपहर बाद से चंपारण के कई जगहों पर तटबंध पर खतरा मंडराने लगा है।
इस क्रम में सुगौली प्रखंड के इलाके में बुढी गंडक ने रिंग बांध को तोड़ सैकड़ों गांव को जलमग्न कर दिया है। वहीं बागमति नदी खतरे के निशान से करीब डेढ मीटर बहते हुए देवापुर- बेलवापथ पर करीब तीन फीट पानी का बहाव हो रहा है। वहीं सिकरहना नदी के पानी से सुगौली थाना समेत वहां के करीब पंद्रह वार्ड एवं आधा दर्जन गांव में बाढ़ आ गया है।
जबकि, पताही प्रखंड के करीब चार दर्जन गांव और वहां की सड़के बागमती एवं लालबकेया नदी के बाढ की चपेट में आ गए हैं। इधर बाढ की गंभीरता को देखते हुए मोतिहारी के डीएम शीर्षत कपिल अशोक एवं एसपी एनसी झा ने सभी एसडीओ, डीएसपी, सीओ, बीडीओ एवं थाना प्रभारी को हाई अलर्ट का आदेश देते हुए बाढ प्रभावित इलाके के सभी गर्भवती महिला, वृद्ध एवं बच्चों को बचाने में सभी अभिभावक, जनप्रतिनिधि को आगे आने की अपील किया है।
साथ ही बाढ प्रभावित इलाके में नि:शुल्क नाव परिचालन का आदेश दिया है। डीएम ने प्रभावितों की मदद में बनाए गए कैंप पर कम्युनिटी किचन चलाने का भी निर्देश दिया है। कहा कि शिविर में पर्याप्त रोशनी, खाने का प्रबंध साफ सफाई एवं दवा की व्यवस्था रखी जाय। वहीं मेडिकल टीम एवं पीएचसी कर्मियों को चिकित्सा सेवा में मुस्तैद रहने का आदेश दिया है। पशुपालन विभाग को पशुओं की देखभाल व उनके खाने के लिए भूसा व चोकर आदि का प्रबंध करने का आदेश दिया।