न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
गोपालगंज में 264 करोड़ की लागत से बने सत्तरघाट पुल सही सलामत है। वहीं दुसरे पुल पर बिल्कुल मुहाने से गंडक में आई बाढ़ के पानी के दबाव से एप्रोच सड़क बह गई। इससे चंपारण तिरहुत और सारण के कई जिलों का संपर्क टूट गया है। यह पुल 264 करोड़ की लागत से बना था और इसका अभी 28 दिन पहले ही 16 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया था।
चूंकि नेपाल में ज्यादा बारिश होने से अचानक गंडक में पानी का दबाव काफी बढ़ गया जिसे पुल का एप्रोच रोड बर्दाश्त नहीं कर सका। सरकार ने कहा कि विपक्ष इस मामले पर बेवजह का गुणा—गणित कर रहा है। पुल ध्वस्त नहीं हुआ है, बल्कि पुल से जुड़ी एप्रोच सड़क बिल्कुल दुसरे पुल के मुहाने से बह गई है। सरकार ने कहा कि अचानक नेपाल में ज्यादा बारिश से पानी का दबाव बढ़ गया जिससे एप्रोच सड़क बह गई। इसे जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा।
विदित हो कि मामले को लेकर बिहार के मुख्य विपक्षी दल राजद के तेजस्वी यादव ने इस पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि पुल ध्वस्त नहीं हुआ है, बल्कि पुल से जुुड़ी एप्रोच सड़क बिल्कुल पुल के मुहाने से बह गई है। सरकार का कहना है कि एप्रोच सड़क को जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसमे विभागीय गलती नहीं है।
बताते चले कि बीते 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस पुल का उद्घाटन किया था। गोपालगंज को चंपारण से और इसके साथ तिरहुत के कई जिलों से इस इलाके को जोड़ने का यह अतिमहत्वकांक्षी पुल था। इसके निर्माण में करीब 264 करोड़ की लागत आई थी।