न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नई दिल्ली :
दिल्ली सरकार को कोविड ट्रेन दी गयी है. इस ट्रेन में दुनिया का पहला कोविड हॉस्पिटल तैयार होगा. रेलवे स्टाफ को शाम तक ऑफिस खाली करने का निर्देश दिया गया है. आपको बता दें कि ये ट्रेन दिल्ली के शकूर बस्ती वाशिंग यार्ड में खड़ी है. सूत्रों से पता चला है कि रेल अधिकारी और डॉक्टर इस रेल गाड़ी का निरीक्षण कर चुके हैं. बुधवार से दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की टीम इस ट्रेन में तैनात की जाएगी. इलाज के लिए वेंटिलेटर और बाक़ी उपकरण लाए जाएंगे. गुरुवार को ट्रेन के अंदर कोविड हॉस्पिटल पूरी तरह तैयार होने की उम्मीद जताई जा रही है.
वेंटिलेशन और गर्मी से राहत के लिए बनाई गई है ख़ास जगह
इस ट्रेन को पूरी तरह आइसोलेटेड जगह में रखा गया है. ट्रेन को एक स्पेशल शेड के अंदर खड़ा किया गया है. वेंटिलेशन और गर्मी से राहत के लिए बनाई गई है ख़ास जगह. ट्रेन में मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स के लिए 3 एसी कोच बनाएं गए हैं. पेशेंट के लिए 10 स्लीपर के डिब्बों को मिलाकर आइसोलेशन कोच बनाया गया है.
1 कोच में 16 पेशेंट
खास बात ये है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 1 कोच में 16 पेशेंट रखे जाएंगे. जल्द ही 10 कोच की एक और कोविड ट्रेन चलाई जाएगी जिसको कोविड हॉस्पिटल के तौर पर ही तैयार किया जाएगा.
आईसोलेशन कोच की छतों पर खास पेंट लगाएगा रेलवे
कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए रेलवे ने कई इंतजाम किए. ट्रेनों में स्पेशल आईसोलेशन कोच बनाए गए और उनमें तमाम मेडिकल संसाधन जुटाए गए. पर अब पीड़ितों को राहत देने के लिए रेलवे ने गैर वातानुकूलित आइसोलेशन कोच का तापमान कम करने के लिए उनकी छतों पर तापरोधी पेंट लगाने का फैसला किया है. उम्मीद है कि इससे कोच के अंदर का तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस कम हो जाएगा. दरअसल नीति आयोग ने कहा था कि गर्मी के दिनों में देश के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर चला जाएगा. तब इन कोचों में भर्ती कोरोना पीड़ितों के लिए समस्या पैदा हो जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह पर करीब 5200 कोविड 19 आइसोलेशन कोच तैयार किए हैं.