न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
लीची उत्पादन से जुड़े किसानों और व्यवसायियों का हर संभव मदद की जाएगी उक्त बातें कृषि विभाग पूर्वी चंपारण द्वारा आयोजित एक दिवसीय कृषक संगोष्टी में जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने कही।
प्रखंड मुख्यालय के समीप मौर्य कोल्ड स्टोरेज के निकट लीची के बगीचा में आयोजित इस संगोष्ठी में डीएम ने कहा कि फसल चक्र पर बहुत बड़ा आघात हुआ है। इसमें कृषि सलाहकार का क्या रोल रहा है, इसके लिए कृषि पदाधिकारी स्पष्टीकरण पूछे। वहीं किसान समूह बनाकर अगर लीची प्रोसेसिंग प्लांट अगर बैठाते हैं तो सरकार इन्हें 50% सब्सिडी देगी। जिससे लीची उत्पाद को फायदा होगा।
उन्होंने लीची के भंडारण के कोल्ड चैन को मेंटेन करने के लिए भी रणनीति बनाने पर जोर दिया। कहा कि मार्केटिंग के लिए सुधा, मदर डेयरी सरीखे कंपनियों से भी संपर्क स्थापित करनी चाहिए, ताकि बाजार को विकसित किया जा सके।
लीची में मिलने वाले पोषक तत्वों को करें प्रचारित
डीएम ने लीची में पाये जाने वाले पोषक तत्वों को प्रचारित प्रसारित करने की बात कही। जिलाधिकारी ने कहा कि लीची में विटामिन सी बड़े मात्रा में पाई जाती है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लीची के अंदर कई तरह की विटामिन्स पाई जाती है, और लीची खाने से इम्यूनिटी पावर बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि चमकी बुखार का लीची खाने से कोई संबंध नहीं है, चिम्की बुखार तो अधिक गर्मी और खाली पेट रहने के कारण बच्चों को ज्यादह प्रभावित करती है। चमकी बुखार होने पर सीधे स्थानीय सरकारी अस्पताल जाएं और वहां इलाज कराएं जहां इलाज की समुचित व्यवस्था है।
संगोष्ठी का संचालन आत्मा के निदेशक रणवीर सिंह ने किया। कृषि उत्पाद से संबंधित समस्या को किसान बीके विरेंदर, व्यवसाई नईमुल हक, समाजसेवी अमर, संजय कुमार, लीची पुरम उत्सव समिति के सुधीर कुमार, पत्रकार सुदिष्ट नारायण ठाकुर, ई अरबिन्द गुप्ता ने अपनी बात रखी।
मौके पर किसान चुलबुल सिंह, रिज़वान अहमद, आबिद हुसैन, भूषण कुशवाहा, किशोरी यादव,शहाबुद्दीन, सहित अनुमंडल पदाधिकारी बृजेश कुमार ,प्रखंड विकास पदाधिकारी गौरी कुमारी, अंचलाधिकारी रविशंकर,थाना अध्यक्ष अवनीश कुमार सहित कृषि पदाधिकारी और कृषि विभाग से जुड़े बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद थे।