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ई. युवराज, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले यानी शुक्रवार को मामले पर सुनवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर नोटिस जारी करने और पहली बैठक में ही मेयर का चुनाव करवाने का निर्देश दिया था। साथ ही कहा था कि नॉमिनेटेड मेंबर्स को वोटिंग देने का अधिकार नहीं है। इसके बाद शनिवार को CM केजरीवाल ने 22 फरवरी को चुनाव करवाने का प्रस्ताव भेजा, जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया।★
दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (DMC) के मेयर के चुनाव की तारीख आखिरकार फाइनल हो गई। भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच खींचतान के कारण 3 बार टल चुका यह चुनाव अब 22 फरवरी को सुबह 11 बजे से होगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोपहर 2 बजे उप राज्यपाल (LG) विनय सक्सेना को चुनाव की तारीख का प्रस्ताव भेजा और 2 घंटे बाद ही इसे मंजूरी मिल गई।
बता दें कि AAP की मेयर प्रत्याशी शैली ओबेरॉय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। उन्होंने मनोनीत पार्षदों को मेयर चुनाव में वोटिंग राइट देने के उपराज्यपाल के फैसले को चुनौती दी थी। शैली ने कोर्ट से मांग की थी कि मेयर का चुनाव सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराया जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले यानी शुक्रवार को मामले पर सुनवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर नोटिस जारी करने और पहली बैठक में ही मेयर का चुनाव करवाने का निर्देश दिया था। साथ ही कहा था कि नॉमिनेटेड मेंबर्स को वोटिंग देने का अधिकार नहीं है। इसके बाद शनिवार को CM केजरीवाल ने 22 फरवरी को चुनाव करवाने का प्रस्ताव भेजा, जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया।
AAP और भाजपा के बीच टकराव से 3 बार टला चुनाव
दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन में 250 सीटों पर पिछले साल दिसंबर में चुनाव हुए थे और रिजल्ट 5 जनवरी को आया था। इसमें AAP के 134, भाजपा के 105, कांग्रेस के 9 जबकि 2 निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते थे। इस दौरान मेयर का चुनाव तीन बार 6 जनवरी, 24 जनवरी और 6 फरवरी को तय किया गया लेकिन AAP और भाजपा के बीच टकराव की वजह से इसे टालना पड़ा। आखिरकार मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और शुक्रवार को कोर्ट ने इसे पहली बैठक में कराने का निर्देश दिया।
मेयर चुनाव में इन्हें मिलेगा वोटिंग का अधिकार
मेयर चुनाव में 250 निर्वाचित पार्षद, दिल्ली से 10 सांसद (सात लोकसभा और तीन राज्यसभा) और 14 विधायक वोट करेंगे। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने AAP के 13 और भाजपा के एक विधायक को नॉमिनेट किया है। मेयर चुनाव के लिए कुल वोट 274 हैं। AAP के पास 134 पार्षद, 3 सांसद और 13 विधायकों के वोट हैं, जबकि भाजपा के पास 105 पार्षद, 7 सांसद और एक विधायक का वोट है। कांग्रेस के नौ पार्षद हैं जबकि दो निर्दलीय हैं। मुंडका के पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे।
केजरीवाल बोले- LG ने कोर्ट में सच्चाई बताने से रोकने की कोशिश की
इसके पहले केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली मेयर चुनाव मामले में LG सक्सेना पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सक्सेना ने सुप्रीम कोर्ट में सच्चाई बताने से रोकने की कोशिश की। LG ने वकील को लेकर सेक्रेटरी को आदेश दिए और SC में दोनों पक्षों के वकील तय किए। LG ने वकील तुषार मेहता को वकील बनाया, जबकि वह पहले से ही हमारी सरकार का केस लड़ रहे थे।
केजरीवाल ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि एक ही वकील को दिल्ली सरकार और LG का वकील नियुक्त किया गया। LG संविधान को कुचल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे उपराज्यपाल के साथ दिल्ली कैसे चलेगी।