न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★6 दिन पहले चीनी मिल की लगभग 2 बीघे जमीन पर अवैध कब्जे करने का खुलासा हुआ था। सरकार को चैलेंज देते हुए दिन के उजाले में ही करीब 50 करोड़ से अधिक की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था. खुलासे के बाद अंचल प्रशासन ने श्रीकांत जायसवाल पर केस किया. अब इस केस में नया मोड आ गया है. एसडीपीओ का कहना है कि जिस शख्स पर अंचल कर्मचारी ने केस किया है वह तो कई महीनों से मोतिहारी आया ही नहीं तो फिर उसे नामजद अभियुक्त कैसे बनाया गया ? यह गंभीर सवाल है. एक तरह से एसडीपीओ ने अंचल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है.★
मोतिहारी में चीनी मिल की जमीन हड़पने को लेकर माफिया व सरकारी सिस्टम एक हो चुका है. अंचल व पुलिस की मिलीभगत से करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने को लेकर साजिश जारी है. 6 दिन पहले चीनी मिल की लगभग 2 बीघे जमीन पर अवैध कब्जे करने का खुलासा हुआ था। सरकार को चैलेंज देते हुए दिन के उजाले में ही करीब 50 करोड़ से अधिक की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था. खुलासे के बाद अंचल प्रशासन ने श्रीकांत जायसवाल पर केस किया. अब इस केस में नया मोड आ गया है. एसडीपीओ का कहना है कि जिस शख्स पर अंचल कर्मचारी ने केस किया है वह तो कई महीनों से मोतिहारी आया ही नहीं तो फिर उसे नामजद अभियुक्त कैसे बनाया गया ? यह गंभीर सवाल है. एक तरह से एसडीपीओ ने अंचल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है.
अंचल-पुलिस की मिलीभगत तो नहीं ?
मोतिहारी के छतौनी पुलिस ने चीनी मिल की करीब 2 बीघे जमीन पर अवैध तरीके से बांउड्री करा रहे शहर के एक बड़े शख्स श्रीकांत जायसवाल के खिलाफ केस किया है। पुलिस ने मोतिहारी के श्रीकांत जायसवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा- 188, 353, 384, 447, 467, 468 के तहत केस दर्ज किया है. इनमें धारा 353 सरकारी कार्य में बाधा डालने का है. अब छतौनी पुलिस केस दर्ज कर अनुसंधान में जुट गई है. सदर एसडीपीओ का कहना है कि प्राथमिकी अभियुक्त श्रीकांत जायसवाल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई है. लेकिन वह कई माह से नागालैंड में रह रहा है । पूछताछ में पता चला है कि तीन माह से जायसवाल मोतिहारी नहीं आया है. आखिर वो आया नहीं तो चीनी मिल की जमीन पर बाउंड्री कौन करवा रहा था ? इसकी जांच की जा रही है. वहीं जमीन पर चौकस नजर रखी जा रही है . एसडीपीओ ने बताया कि जब वह मोतिहारी में नही था तो नामजद प्राथमिकी दर्ज कैसे किया गया, यह सोचनीय बिंदु है. मेरे निर्देश के बाद ही थाना अध्यक्ष हरकत में आये और कार्रवाई शुरू किया है। जानकार बताते हैं कि इसमें बड़ा खेल है. खेल में अंचल से लेकर बड़े-बड़े लोग शामिल हैं. पूरे प्रकरण में अंचल अमीन भी कटघरे में है. यह भी हो सकता है कि केस करने वाले कर्मचारी ने पेंच फंसाने के लिए पूरा खेल किया हो. क्यों कि एसडीपीओ के बयान से स्पष्ट हो रहा कि दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है.
करोड़ों की जमीन पर कब्जा की कोशिश
हनुमान शुगर मिल की भूमि पर अवैध कब्जा करने के खिलाफ मोतिहारी के छतौनी थाने में सदर अंचल के कर्मचारी मुकेश कुमार गिरी ने 11 फरवरी को आवेदन दिया था. पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि सूचना के आलोक में सीओ के साथ स्थल जांच की गई. जांच में पाया गया कि मौजा बरियारपुर थाना नंबर-196 के तहत खेसरा संख्या 994, 995, 1001, 1002, 1003 हनुमान शुगर मिल की है. इस भूमि पर श्रीकांत जायसवाल जो पकड़ीदयाल के सिरौना है, वर्तमान पता ढाका रोड विकास मार्केट छतौनी है. उनके द्वारा अवैध रूप से चीनी मिल की जमीन पर कब्जा कर चारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है. यह खेसरा चीनी मिल की गजट में दर्ज है. स्थल पर निर्माणकर्ता से उक्त भूमि से संबंधित कागजात की मांग की गई. लेकिन उनके द्वारा कोई ऐसा कागजात साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया जिससे यह स्पष्ट हो सके उक्त जमीन का मालिकाना हक उनके पास है. यह भूमि चीनी मिल के गजट में दर्ज होने के कारण निर्माणकर्ता को उक्त भूमि पर निर्माण कार्य कराने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसे में इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए.
कटघरे में मोतिहारी अंचल
मोतिहारी के छतौनी थानाध्यक्ष विजय कुमार ने भी अपरोक्ष तौर पर अंचल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है। केस दर्ज करने के दिन उन्होंने बताया था कि चीनी मिल की जमीन की बाउंड्री रोकने को लेकर सिविल प्रशासन(अंचल) की तरफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था. हमें जब जानकारी लगी और इस मामले में जब पुलिस हरकत में आई तो अंचल के राजस्व कर्मचारी ने भूमि पर बाउंड्री कराने वाले शख्स पर केस दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया. आवेदन के बाद केस दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि घेराबंदी का काम पूरी तरह से बंद करा दिया गया है.