न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : नई दिल्ली :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अचानक लेह पहुंचने से हर कोई हैरान है. चीन को भी इस दौरे से कड़ा संदेश पहुंचा है और इस बीच अब चीनी विदेश मंत्रालय ने इस दौरे पर बयान दिया है. चीन का कहना है कि कोई भी पक्ष कुछ भी ऐसा ना करे, जिसे माहौल खराब हो.
रोजाना होने वाली ब्रीफिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि भारत और चीन लगातार सैन्य और डिप्लोमेटिक बातचीत के जरिए बॉर्डर पर जारी तनाव को कम करने में लगे हुए हैं. ऐसे में किसी भी पार्टी को कुछ भी ऐसा नहीं करना चाहिए, जिससे बॉर्डर पर तनाव पैदा हो.
चीन का यह बयान तब आया है जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार सुबह लेह-लद्दाख और आगे के स्थानों का दौरा किया. प्रधानमंत्री मोदी ने यह दौरा हिंसक संघर्ष के बमुश्किल 18 दिन बाद किया है.पीएम मोदी अलसुबह लद्दाख पहुंचे. समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित एक दुर्गम इलाके नीमू में उन्हें सेना, वायु सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर सारी जानकारियां दी गईं. यह इलाका सिंधु के तट पर जांस्कर रेंज से घिरा हुआ है.
लेह में गरजे पीएम मोदी- वीरता ही शांति की पूर्व शर्त होती है
चीन से बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह लेह पहुंचे. पीएम मोदी का ये दौरा अचानक था, जिससे हर कोई चौंक गया. पीएम मोदी के साथ इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत भी मौजूद रहे.
यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेना, वायुसेना के अधिकारियों ने जमीनी हकीकत की जानकारी दी. मई महीने से ही चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को नीमू की फॉरवर्ड पोस्ट पर पहुंचे. यहां पर सीनियर अधिकारियों ने उन्हें मौके की जानकारी दी.
पीएम मोदी ने सेना, वायुसेना के अफसरों से सीधे संवाद भी किया. पहले इस दौरे पर सिर्फ सीडीएस बिपिन रावत को ही आना था, लेकिन पीएम मोदी ने खुद पहुंचकर सभी को चौंका दिया.लेह के वॉर मेमोरियल हॉल ऑफ फेम पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद उन्होंने सेना के अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात की. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने जवानों को संबोधित किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय सैनिकों के पराक्रम की सराहना की.