न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नौतन- बेतिया/ बिहार :
यूपी से गोपालगंज के रास्ते रात के अंधेरे मे सीधे गांव पहुँच रहे रेड जोन से आने वाले प्रवासी मजदूरो से गावों मे भय का माहौल कायम हो गया है। बिना रोक टोक के प्रवासी क्वारंटाइन केन्द्र के बजाय चुपके से घर पहुंच रहे है। अपने आप को कभी छात्र तो कभी मजदूर बताकर पुलिस को चकमा दे अपने गांव पहुँचकर घर मे रहना शुरू कर दे रहे है। वही दिन के उजाले मे जो प्रवासी किसी सवारी से प्रखंड मुख्यालय पहुच रहे है वे भी अपने आप को ग्रीन जोन के बताकर एक आवेदन देकर होम क्वारंटाइन के नाम पर घर चले जा रहे है।
मजदूरो के संख्या मे रात दिन हो रहे इजाफा से गांव के लोगो मे भय का माहौल कायम हो गया है। दूसरे प्रदेशो से अपने गांव पहुंचने वाले प्रवासी अधिकांश बिना क्वारेंटाईन गांवों में लगने वाले बजारो में बे रोक टोक आराम से घूमकर बजारो में भीड़ लगा रहे हैं । जिससे गावों मे अब खतरे की घंटी बजने की चिन्ता लोगो को सताने लगी है। सीओ विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि वैसे मजदूर जो रेड जोन 11 शहरों से आ रहे है उसको क्वारंटाइन किया जा रहा है। अब प्रखंड के हाई स्कूलों को भी क्वारेंटाईन कक्ष बनाया जा रहा है।
वही सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को भी निर्देश दिया गया है कि जो इन शहरो से आते है उन्हें क्वारंटाइन केन्द्र भेजे । पश्चिमी नौतन पंचायत के पंचायत समिति सदस्य मधु देवी मानवाधिकार के प्रखंड अध्यक्ष ह्रदयानंद सिह ने बताया कि आये दिन दर्जनभर प्रवासी बाइक व अन्य सवारियो से यूपी के रास्ते गोपालगंज आकर नौतन मे प्रवेश कर रहे है।इसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को फोन पर दी जाती है। उसके बावजूद ये प्रवासी चोरी छिपे अपने घर रह रहे है। चोरी छिपे गांव मे पहुँचने वाले प्रवासीयो से संक्रमण फैलने की आशंका बढ गई है।
जिसपर प्रशासन को भी चौकन्ना रहने की जरूरत है। इस तरह अगर आवाजाही इन प्रवासियों के गांवो मे हो रही है तो बडे खतरे को संकेत दे रहा है । कई जगह तो गांव के लोगो से आने वाले प्रवासियों व उसके परिजनों से नोकझोंक भी हो जा रही है । सीओ ने बताया कि जो भी मजदूर होम क्वारंटाइन मे रहकर रहे है उनकी अब प्रतिदिन जांच होनी है । अगर कोई मजदूर गाव या बजारो मे घूमता हुआ नजर आएगा तो उसपर विभागीय कारवाई की जाएगी।