
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
शहर के अगरवा मोहल्ला निवासी संवेदक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही है। टीम ने तीसरे दिन भी घटनास्थल व चांदमारी मुहल्ले के पास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से पुलिस नामजद के अलावा शॉर्प शूटर की भी तलाश कर रही है। इसी क्रम में चांदमारी, छतौनी, मुफस्सिल, चकिया, केसरिया के अलावे कई जगहों पर छापेमारी की गई। वहीं एक दूसरी टीम को अन्य प्रदेशों में भी भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक नवीनचन्द्र झा ने बताया है कि सदर डीएसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया है। यहां बता दें कि 31 दिसम्बर शहर के गायत्री नगर मंदिर के पास संवेदक की हत्या ठेकेदारी विवाद में बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मार हत्या कर दी थी।
इस मामले में मृतक की पत्नी बेबी देवी के बयान पर केसरिया के नगर पंचायत अध्यक्ष रिकू पाठक व जदयू नेता पप्पू कुशवाहा को नामजद किया है। छापेमारी टीम में कांड के अनुसंधानक अभिनव कुमार दुबे, दारोगा मनीष कुमार व मनोज कुमार शामिल रहे।
इस बीच चकिया थाना क्षेत्र के शीतलपुर गांव निवासी पप्पू कुशवाहा ने एक बयान जारी कर कहा है कि संवेदक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में उन्हें बेवजह फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी सिंह गिरोह द्वारा 6 जनवरी 2017 को उनके भतीजा आकाश कुशवाहा की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद से केस में समझौता के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। वे युवा जिला जदयू के पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी पत्नी भी दो बार शीतलपुर पंचायत की मुखिया रह चुकी है। सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण रात-दिन लोगों की भलाई में लगा रहता हूं। उन्हें इस घटना की जानकारी तक नही थी।
उन्होंने एसपी से रंजीत हत्याकांड की सभी एंगल से जांच करने की मांग की। कहा-मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। जेल में बंद जिले के बड़े आपराधिक गिरोह लक्ष्मी सिंह द्वारा इस मामले में उसे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।