
न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
मोतिहारी का भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की स्थानीय गतिविधियां विवादों के घेरे में आ गई है। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा गठित जांच समिति की रिपोर्ट में कई गड़बड़ियां उजागर हुई हैं।
जांच रिपोर्ट के अनुसार यहां रेडक्रॉस का कार्य बायोलॉज के अनुसार नहीं हो रहा है। त्रैमासिक बैठक, प्रबंधकारिणी समिति की बैठक एवं कोरम के संबंध में भी कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है। अप्रत्याशित रुप से कई वर्षों तक कार्यसमिति का अवधि विस्तार होता रहा है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट रुप से कहा कि प्रथमद्रष्टया यह पूरा मामला अत्यंत गंभीर प्रतीत होता है। इसकी व्यापक जांच जरूरी है। इस आलोक में उन्होंने तत्काल रेडक्रॉस की प्रबंधकारिणी समिति द्वारा किसी भी प्रकार के वित्तीय भुगतान पर रोक लगाते हुए पहले सक्षम प्राधिकार से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया है। अगर समिति द्वारा सीधे भुगतान किया जाता है तो इसके लिए रेडक्रॉस के सभापति, सचिव, कोषाध्यक्ष दोषी माने जाएंगे और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने रेडक्रास के आवश्यक दैनिक कार्यों के संचालन हेतु रेडक्रॉस के वित्तीय मामलों को वरीय कोषागार पदाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी के पास प्रस्तुत करने तथा नई कार्यकारिणी समिति के निर्वाचन हेतु संचिका प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
यहां बता दें कि सोसायटी के संदर्भ में मिली शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए इसकी संपूर्ण जांच के लिए जिलाधिकारी ने 17 जून को एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कमेटी के अध्यक्ष उपविकास आयुक्त (डीडीसी) अखिलेश कुमार सिंह बनाये गये थे। जबकि, कमेटी में सिविल सर्जन सदस्य सचिव और वरीय कोषागार पदाधिकारी, संयुक्त राज्य कर आयुक्त व जिला लेखा अधिकारी को सदस्य के रुप में भी शामिल किया गया था।