न्यूज़ टुडे अपडेट : नई दिल्ली :
पीएम नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन बढ़ाने के फैसले पर रेलवे की घोषणा के बाद देश भर में यात्री ट्रेनों और हवाई सेवाओं के रद होने के साथ ही अब मेट्रो सेवाओं को भी 3 मई तक बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही देश में हवाई सेवाएं भी 3 मई तक रद कर दी गई हैं। आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के सचिव डीएस मिश्रा के अनुसार, 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की घोषणा के साथ ही मेट्रो रेल की सेवाओं को भी तब तक के लिए निलंबित कर दिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 3 मई रात 11 बजकर 59 मिनट तक रद कर दी गई हैं।सभी यात्री ट्रेनें 3 मई तक रद
रेलवे अधिकारियों की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि हमने 3 मई तक अपनी यात्री रेल सेवा बंद रखने का फैसला किया है।इससे पहले 21 दिनों के लॉकडाउन के तहत रेलवे ने 14 अप्रैल की मध्य रात्रि तक सभी यात्री सेवाएं रद की थीं।रेलवे ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा के बाद उन्होंने यात्री ट्रेनों को 3 मई तक रद करने का फैसला लिया।रेल मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी मे बताया गया है कि प्रीमियम ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों, पैसेंजर ट्रेनों, उपनगरीय ट्रेनों, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे सहित भारतीय रेल पर सभी यात्री ट्रेन सेवाएं 3 मई की रात 12 बजे तक निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, इस दौरान मालगाड़ियों को छूट रहेगी। पहले की तरह मालगाड़ियां आगे भी चलती रहेंगी।यात्रियों के पूरे पैसे होंगे रिफंड
रेल मंत्रालय की ओर से आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि लोगों की पहले से बुक टिकटों के पूरे पैसे उन्हें वापस किए जाएंगे। इसके साथ कहा गया है कि अब कोई भी टिकट बुकिंग नहीं होगी।रेलवे ने बताया कि 3 मई तक रद्द की गई ट्रेनों के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग में फुल रिफंड किया जाएगा, जबकि जिन लोगों ने काउंटरों पर बुकिंग की है वे 31 जुलाई तक रिफंड ले सकते हैं।इससे पहले आज देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को बढ़ाते हुए 3 मई तक इसे जारी रखने का फैसला किया।पीएम मोदी ने कहा कि देश में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती से आगे बढ़ रही है और देशवासियों के समर्पण के कारण देश को काफी कम नुकसान हुआ है।