न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
वर्ष 2021 को बिहार के विकास के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. इस वर्ष जहां सात निश्चय योजना पार्ट-2 जमीन पर उतरेगी वहीं राज्य में गंगा, कोसी, कर्मनाशा और सोन नदी पर अगले चार वर्षों में 17 नए पुल बन जाएंगे. इनमें से गंगा नदी पर 13, कोसी नदी पर दो, कर्मनाशा और सोन पर एक-एक पुल शामिल हैं. इनसे जहां सड़क यातायात की सुविधा बढ़ेगी, वहीं आर्थिक और सांस्कृतिक विकास भी होगा. इन पुल परियोजनाओं में केंद्र सरकार की भागीदारी है.
पथ निर्माण विभाग और एनएच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु का फोरलेन में फिलहाल दो लेन पर ही यातायात हो रहा है. लगभग साढ़े पांच किमी की लंबाई में अन्य दो लेन की मरम्मत की जा रही है, इसका निर्माण साल 2021 तक पूरा हो जाएगा. पुनर्निर्माण पर 1742 करोड़ रुपए की लागत आएगी.
पटना में गांधी सेतु के समानांतर करीब पांच किलोमीटर लंबे चार लेन वाले नए पुल का निर्माण अगले साल शुरू होगा. इसे 2024 तक बनने की संभावना है. इसके लिए जमीन उपलब्ध है. वहीं , जेपी सेतु के समानांतर दो लेन के केबल रोड ब्रिज करीब तीन हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा. फिलहाल दो लेन के जेपी सेतु पर यातायात हो रहा है. साथ ही अगले साल सोन नदी पर तीन लेन का कोइलवर पुल बनकर तैयार हो जाएगा.
भागलपुर-मुंगेर में पुल
भागलपुर में चार किमी लंबे और 1110 करोड़ रुपये की लागत वाले विक्रमशिला सेतु के समानांतर नए पुल के निर्माण के लिए भी टेंडर जारी कर दिया गया है. इस पुल के वर्ष 2024 तक पूरा होने की संभावना है. मुंगेर घाट पर दो लेन रेल सह सड़क पुल के एप्रोच रोड का निर्माण होना है. इसकी लंबाई करीब 14.51 किमी है और करीब 227 करोड़ रुपये की लागत से मई, 2021 में यह तैयार हो जाएगा. सुल्तानगंज से अगवानी घाट के बीच गंगा नदी करीब 160 मीटर लंबा और 1710 करोड़ रुपये की लागत से दो मई, 2019 से बनना शुरू हुआ था. जून 2021 तक इसका निर्माण पूरा होने की संभावना है.
कोसी पर दो लेन पुल
कोसी नदी पर दो लेन पुल एनएच 527ए पर मधुबनी के भेजा और सुपौल के बकौर के बीच करीब 13.3 किमी की लंबाई में 1101 करोड़ रुपये की लागत से, अगस्त 2023 में पूरा होगा. वहीं, कोसी नदी पर एनएच-106 पर फोरलेन फुलौत पुल बनेगा, इसके निर्माण एजेंसी का चयन हो गया है. इस फोरलेन पुल की लंबाई करीब 6.93 किलोमीटर होगी. साथ ही एप्रोच रोड के साथ इसकी लंबाई करीब 28.94 किमी होगी. इसके निर्माण पर करीब 1478.84 करोड़ की लागत का अनुमान है.
बेगूसराय में गंगा पर पुल
राजेंद्र सेतु के समानांतर सिमरिया में रेल-सह-सड़क पुल का निर्माण 1491 करोड़ रुपये की लागत से 2016 में शुरू हुआ था. इसे अगले साल तक बनने की संभावना है. फोरलेन एप्रोच रोड सहित सिक्स लेन औंटा-सिमरिया पुल करीब 8.15 किमी की लंबाई में 1161 करोड़ रुपये की लागत से फरवरी, 2022 तक बनकर तैयार होगा. फोरलेन मटिहानी-सांभो पुल एप्रोच सहित करीब 22 किमी की लंबाई में करीब पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से बनेगा. इसकी डीपीआर बन रही है. नये साल में निर्माण शुरू होने की संभावना है. इसका निर्माण 2024 में पूरा होने की संभावना है.
कटिहार में गंगा व बक्सर में कर्मनाशा पर पुल
बक्सर-चौसा के बीच ढाई किलोमीटर लंबे पुल का निर्माण 14 मई, 2018 में शुरू हुआ था इसे 2021 में बनने की संभावना है. बिहार और झारखंड को जोड़ने वाले छह किलोमीटर लंबे मनिहारी से साहेबगंज पुल के निर्माण पर 1900 करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिसका टेंडर जारी किया गया है. इस पुल का निर्माण सितंबर, 2024 तक पूरा होने की संभावना है.