न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पहाड़पुर- मोतिहारी/ बिहार :
बिहार सरकार के पीएचईडी विभाग की लापरवाही से पहाडपुर प्रखंड के कोटवा पंचायत में हर घर नल-जल योजना पूर्णतः विफल होने के विरुद्ध आगामी 28 दिसम्बर 2020 को आमरण अनशन पर बैठने का घोषणा आमजनता ने एक लिखित आवेदन अनुमंडल पदाधिकारी अरेराज को देकर किया है जिसकी प्रतिलिपि प्रखंड विकास पदाधिकारी पहाडपुर , अंचलाधिकारी पहाडपुर एवं थानाध्यक्ष पहाडपुर को भी दी गई है।
विदित हो कि पहाडपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचईडी विभाग द्वारा करीब 4 वर्ष पूर्व निर्मित करोड़ो रूपये की लागत से निर्मित पानी टंकी जो पहाडपुर प्रखंड प्रशासन के आंखों के सामने अवस्थित है जो कोटवा पंचायत के वार्ड संख्या 1 से 8 पहाडपुर मेला से लखनीपुर अम्बेदकर चौपाल तक विभागीय लापरवाही से पेयजल मुहैया कराने में विफल साबित हो रहा है। इतना ही नही वार्ड संख्या 10 , 12 एवं 15 में एक बोरिंग गड़ने का कार्यादेश देकर करीब 2 लाख रुपये खर्च करने के बावजूद दूसरा बोरिंग इसी योजना के मद से गाड़कर सरकारी राशि का दुरुपयोग होने का मामला माननीय लोकायुक्त के न्यायालय में चल रहा है जिसमे सुनवाई हेतु डीएम को न्यायालय में तलब किया गया है।
पीएचईडी विभाग द्वारा अंचलाधिकारी पहाडपुर के द्वारा आवंटित भूमि खेसरा संख्या 2651 में बोरिंग अधिष्ठापित कराने के बावजूद गुणवत्तापूर्ण कार्य नही होने से उक्त योजना विफल साबित हो रहा है ।पुनः अंचलाधिकारी पहाडपुर को अपने पत्रांक 930 दिनांक 01/10/2020 द्वारा गुमराह किया गया है कि आवंटित भूमि के चारो तरफ रैयती भूमी है उनपर कार्य करना संभव नही है।जब बोरिंग अधिष्ठापित हो चुका है करीब 2 लाख रुपये खर्च करने के पूर्व उपयुक्त भूमि था जिसका प्रतिवेदन आयुक्त मुजफ्फरपुर के न्यायालय में देने के बावजूद प्रधान सचिव पीएचईडी को भी गुमराह कर झूठा प्रतिवेदन कार्यपालक अभियंता मोतिहारी दिये है।
अंचलाधिकारी पहाडपुर को दूसरा भूमि उपलब्ध कराने हेतु सरकारी भूमि की मांग की गई है जिसमे अंचलाधिकारी पहाडपुर ने खेसरा संख्या 2715 की भूमि को स्थायी रूप से अतिक्रमित बताया जिसको खाली होने के बाद ही अग्रेतर कार्रवाई करना श्रेस्कर प्रतीत होता है प्रतिवेदित किया है लेकिन कार्यपालक अभियंता वार्ड सदस्य रामसागर साह की मिली भगत से खेसरा संख्या 2715 बिना पैमाइस हुये धोखाघड़ी कर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने हेतु अंचलाधिकारी पहाडपुर से बिना अनापति प्रमाण पत्र प्राप्त किये वार्ड सदस्य के निजी जमीन में मनमानी ढंग से बोरिंग गड़वाने की साजिश रच रहे है जबकि यह मामला माननीय लोकायुक्त बिहार के न्यायालय में विचाराधीन है। माननीय न्यायालय के फैसले के पूर्व बिना अंचलाधिकारी से अनापति प्रमाण पत्र प्राप्त किये बोरिंग गाड़ना अपने कर्तब्य में लापरवाही का घोतक है।
आवेदक रामबाबू सिंह ,राजेश्वर सिंह वगैरह दर्जनों आवेदकों ने एसडीओ अरेराज को संबोधित अपने आवेदन में चेतावनी के तेवर में लिखा है कि अगर 25 दिसम्बर 2020 तक कोटवा पंचायत के कुल 11 वार्डो में आम जनता को पेयजल की सुविधा मुहैया कराने हेतु एसडीओ संजीव कुमार स्वयं स्थलीय जांच कर लापरवाह पीएचईडी के सहायक अभियंता अरेराज ,कनीय अभियंता पहाडपुर एवं कार्यपालक अभियंता मोतिहारी के विरुद्ध विभगगीय कार्रवाई नही कराये तो आगामी 28 दिसम्बर 2020 को पहाडपुर प्रखंड कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर सामूहिक रूप से बैठेंगे। अरेराज के एसडीओ संजीव कुमार , पहाडपुर के बीडीओ आदित्य नारायण दीक्षित एवं पहाडपुर के सीओ अमित कुमार ने बताया कि मामले का जांच कर नियमानुकूल विभागीय कार्रवाई हेतु जिलाधिकारी महोदय को प्रतिवेदन भेजकर संभावित आमरण अनशन को रोककर समस्या का त्वरित निदान करवाया जायेगा।