न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
बिहार में नई सरकार बनते ही सबसे अधिक सुर्खियों में रहे डॉ. मेवालाल चौधरी ने शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने के दो घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया. उनके इस त्यागपत्र को जहां विपक्ष ने अपनी जीत बताया. वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से इसे राजनीतिक शुचिता का उदाहरण बताया पर सवाल बरकरार रहा कि सीएम नीतीश कुमार के करीबी रहने के बावजूद उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया? इसी मुद्दे को लेकर न्यूज टुडे टीम ने डॉ. मेवालाल से बात की तो उन्होंने साफ किया कि उन्होंने सीएम नीतीश की छवि को बचाने के लिए ऐसा किया.
शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करते ही इस्तीफा देने वाले डॉ. मेवालाल चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार के सच्चे सिपाही होने के नाते उनके छवि पर किसी तरह का आंच न लगे, इसलिए मैंने खुद से इस्तीफा की पेशकश की. मेवलाल ने कहा कि वे जब तक वे पाक-साफ नहीं हो जाते वे इस पद पर नहीं रहेंगे.
बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति रहते समय मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उन पर एफआईआर भी दर्ज हुई थी. इसके बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से उन्हें निलंबित कर दिया गया था. यही वजह है कि विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को टारगेट पर ले रही थी.