न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मिस्ट्री की जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में प्रतिदिन नए-नए खुलासे भी हो रहे हैं। वहीं सुशांत सिंह राजपूत को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है। संकेत मिलने लगे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में सुशांत की रहस्यमयी तरीके से हुई मौत मुद्दा बन सकती है। बिहार भाजपा के कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया पर एक स्टीकर जारी किया गया है, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत की तस्वीर है और लिखा है कि ना भूले हैं,ना भूलने देंगे।
बरुण कुमार सिंह, जिनके ट्विटर बायो में लिखा है कि वह बिहार भाजपा के कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ के महामंत्री हैं, ने लिखा है कि पूरे बिहार में ऐसे 30 हजार स्टीकर लगाए जाएंगे। हालांकि, वह कहते हैं कि इसे राजनीतिक से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। बरुण कुमार सिंह का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिए वह पिछले 16 जून से ही अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि कि 14 जून की घटना के बाद से सुशांत को इंसाफ दिलाने के लिए उनके अलावा करणी सेना ने भी स्टीकर और मास्क बनाकर लोगों को बांटा है। उनका कहना है कि विपक्ष इसे राजनीति से जोड़कर सुशांत को न्याय दिलाने की मुहिम से जुड़े हम जैसे लोगों की भावना पर चोट कर रहा है।
सुशांत सिंह मामले में जिन लोगों का नाम ड्रग्स के लेन-देन में सामने आया था, उन पर अब शिकंजा कसता जा रहा है। शनिवार को सुशांत के कर्मी दीपेश की गिरफ्तारी के बाद जांच की आंच रिया चक्रवर्ती तक भी पहुंच गयी है। कयास लगाये जा रहे हैं कि जल्द ही रिया पर भी कार्रवाई हो सकती है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार आरोपितों किा अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय कनेक्शन का पता लगा रही है।
सूत्रों की मानें तो एनसीबी बड़े तस्कर को पकड़ने की फिराक में है, जो मुंबई में ड्रग्स की खरीद-बिक्री करता है। एनसीबी सुशांत की मौत के मामले में ड्रग्स के कनेक्शन की एनडीपीएस कानून की आपराधिक धाराओं के तहत जांच कर रही है। गौरतनब है कि हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में उसके साथ एक रिपोर्ट साझा की थी। इस मामले में रिया भी मुख्य आरोपित है।
दूसरी ओर सीबीआई की टीम ने दोबारा सुशांत की मौत मामले में क्राइम सीन को री-क्रिएट किया। सीबीआई ऐसा पहले भी कर चुकी है। शनिवार को सीबीआई सुशांत के घर पहुंची। सीबीआई के साथ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टर भी थे। इसके अलावा सुशांत की बहन मीतू भी वहां पहुंची। बता दें कि परिवार वालों की तरफ से मीतू ने ही सबसे पहले सुशांत की डेड बॉडी देखी थी। इससे पहले तफ्तीश के दूसरे दिन घर में मौत के समय मौजूद सिद्धार्थ सहित चार लोगों के सामने क्रा/इम सीन रीक्रिएट किया गया था। सिद्धार्थ पिठानी, नीरज और केशव को भी फिर से फ्लैट पर बुलाया गया था। ये सभी सुशांत की मौत के राजे वहां मौजूद थे।