न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★95वीं ऑस्कर सेरेमनी में पहली बार भारत को पहली बार दो अवॉर्ड मिले हैं। फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीता। वहीं, द एलिफेंट व्हिस्परर्स बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म बनी। हालांकि, डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म ऑल दैट ब्रीथ्स रेस से बाहर हो गई है। ऑस्कर अवॉर्ड में इन तीन कैटेगरी में भारत को नॉमिनेशन मिला था।★
95वीं ऑस्कर सेरेमनी में पहली बार भारत को पहली बार दो अवॉर्ड मिले हैं। फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीता। वहीं, द एलिफेंट व्हिस्परर्स बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म बनी। हालांकि, डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म ऑल दैट ब्रीथ्स रेस से बाहर हो गई है। ऑस्कर अवॉर्ड में इन तीन कैटेगरी में भारत को नॉमिनेशन मिला था।
नाटू-नाटू को इससे पहले गोल्डन ग्लोब्स अवॉर्ड में बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का खिताब मिला था। ऑस्कर सेरेमनी में RRR के नाटू-नाटू गाना लिखने वाले चंद्रबोस और कंपोजर एमएम कीरवानी ने ट्रॉफी ली। इस दौरान फिल्म के डायरेक्टर राजामौली पीछे बैठे रहे। RRR का तेलुगु मीनिंग रौद्रम रानम रुधिरम और हिंदी में राइज रोर रिवोल्ट है।
बेस्ट शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री चुनी गई द एलिफेंट व्हिस्परर्स की डायरेक्टर कार्तिकी गोंजाल्विस और प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने अवॉर्ड लिया। इस दौरान सेरेमनी में मौजूद दीपिका पादुकोण भावुक हो गईं। वे सेरेमनी के प्रेजेंटर के तौर पर पहुंची थीं। ऑस्कर सेरेमनी की शुरुआत भारतीय समय के मुताबिक सोमवार सुबह साढ़ें 5 बजे अमेरिका के लॉस एंजेलस में हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर RRR और द एलिफेंट व्हिस्परर्स के मेकर्स को बधाई दी है। उन्होंने कहा- ‘असाधारण! ‘नाटु नाटु’ की लोकप्रियता वैश्विक है। यह एक ऐसा गाना है, जिसे आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। इस सम्मान के लिए एमएम कीरवानी और चंद्रबोस समेत पूरी टीम को बधाई। भारत प्रफुल्लित और गौरवान्वित है’।
गुनीत बोलीं- भारत के लिए 2 महिलाओं ने कर दिखाया
द एलिफेंट व्हिस्परर्स को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड मिलने पर प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने सोशल मीडिया पर लिखा- हमने अभी-अभी किसी भी इंडियन प्रोडक्शन के लिए पहला ऑस्कर जीता है। दो महिलाओं ने ये कर दिखाया। मैं अभी तक कांप रही हूं। वहीं डायरेक्टर कार्तिकी गोंजाल्वेस ने लिखा- यह अवॉर्ड मेरी मातृभूमि भारत के लिए।
गुनीत की दूसरी डॉक्यूमेंट्री को मिला ऑस्कर
द एलिफेंट व्हिस्परर्स गुनीत की दूसरी फिल्म है, जिसे ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। इस फिल्म की कहानी दक्षिण भारत के कपल बोमन और बेली की है, जो एक रघु नाम के अनाथ छोटे हाथी की देखभाल करते हैं। इस फिल्म के जरिए इंसान और जानवरों के बीच की बॉन्डिंग को दिखाया गया है। इससे पहले उनकी फिल्म पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस को 2019 में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शार्ट फिल्म की कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड मिला था।
ऑस्कर में मिलने वाला बैग जिसकी कीमत 1.03 करोड़
जिन लोगों की फिल्में नॉमिनेट हुई थीं, लेकिन अवॉर्ड नहीं जीत पाईं, उन्हें ऑस्कर की तरफ से एक गिफ्ट बैग दिया गया है। इसकी कीमत 1.03 करोड़ रुपए है। इस बैग में स्किन केयर प्रोडक्ट, ट्रैवल पिलो, बड़ी फूड कंपनियों की तरफ से गिफ्ट, किताबें, स्कार्फ और परफ्यूम जैसे सामान होते हैं। खास बात ये है कि इन प्रोडक्ट को ऐसी कंपनियों से चुना जाता है जिनकी लीडर्स महिलाएं होती हैं।
दीपिका पादुकोण प्रेजेंटर के तौर पर शामिल हुईं
दीपिका पादुकोण इस साल प्रेजेंटर के तौर पर सेरेमनी का हिस्सा बनी हैं। यह सेरेमनी सोमवार सुबह 5.30 बजे से लॉस एंजिलिस में शुरू हुई। एकेडमी अवॉर्ड के ट्विटर हैंडल के जरिए होने वाली लाइव स्ट्रीमिंग इंडिया में नहीं दिखाई दे रही है। पोस्ट को ओपन करने पर एक मैसेज डिस्प्ले हो रहा है- ‘दिस वीडियो इज नॉट अवेलेबल इन योर लोकेशन’।
62 साल में पहली बार रेड की जगह शैम्पेन कलर की कार्पेट
ऑस्कर में 62 साल पहले रेड कार्पेट का चलन शुरू हुआ था। इस बार इस ट्रेंड को बदल दिया गया। इस बार ऑस्कर सेरेमनी में स्टार्स ने शैम्पेन कलर की कार्पेट पर एंट्री ली। इससे पहले RRR के गाने नाटू-नाटू पर काल-राहुल ने लाइव परफॉर्मेंस दी। दर्शकों ने स्टैंडिंग ओवेशन दिया। लॉस एंजलिस में हो रहे इस अवॉर्ड शो में ढेरों हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक के सितारों पहुंचे हैं।
इन कैटेगरी में भी अवॉर्ड मिले
ऑस्कर के अन्य कैटेगरी में बेस्ट विजुअल इफेक्ट के लिए अवतार 2 को अवॉर्ड मिला। बेस्ट अडॉप्टेड स्क्रीनप्ले के लिए सारा पोली को और फिल्म टॉप गन: मेवरिक को बेस्ट साउंड और फिल्म एडिटिंग में पॉल रोजर्स को अवॉर्ड मिला।
इससे पहले 5 इंडियन्स ने जीता ऑस्कर
1992 में फिल्ममेकर सत्यजीत रे को ‘ऑनरेरी लाइफटाइम अचीवमेंट’ का ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया था।
एआर रहमान को 2008 में रिलीज हुई ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के म्यूजिक और सॉन्ग के लिए बेस्ट म्यूजिक कैटेगरी में ऑस्कर मिला था।
गीतकार गुलजार को ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के ‘जय हो’ गाने के लिए ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के लिए रेसुल पोक्कुट्टी को ‘बेस्ट साउंड मिक्सिंग’ कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया था।
1983 में रिलीज हुई फिल्म गांधी के लिए भानु अथैया को कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए गोल्डन ट्रॉफी से नवाजा गया था।
ऑस्कर से जुड़े फैक्ट्स-
विल स्मिथ ने कॉमेडियन क्रिस रॉक को थप्पड़ मारा था
2022 के ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान प्रेजेंटर और अमेरिकन कॉमेडियन क्रिस रॉक ने विल स्मिथ की पत्नी एक्ट्रेस-सिंगर जाडा पिंकेट स्मिथ के गंजेपन को लेकर मजाक किया था। विल को क्रिस का मजाक पसंद नहीं आया। वे अपनी सीट से उठकर मंच पर गए और भरी महफिल में क्रिस को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। इस वजह से क्रिस थोड़ी देर के लिए सन्न रह गए। सेरेमनी में मौजूद लोग भी इस घटना से दंग रह गए थे।
विंग्स थी ऑस्कर जीतने वाली पहली मूवी
विंग्स सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ऑस्कर जीतने वाली पहली मूवी थी। 1927 में बनी यह मूवी ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजी गई इकलौती मूक फिल्म भी है। हॉलीवुड के रूजवेल्ट होटल में 1929 में पहली ऑस्कर सेरेमनी में विंग्स को सबसे अहम यानी बेहतरीन फिल्म का अवॉर्ड मिला था। खास बात यह है कि जिस समय विंग्स ने ऑस्कर जीता, तब तक बोलने वाली फिल्में मूक फिल्मों को हाशिए पर डालने लगी थीं।
वर्ल्ड वॉर के पायलट्स की कहानी थी विंग्स
विंग्स ऐसे दो दोस्तों की कहानी थी जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फाइटर पायलट बनते हैं। इस फिल्म में क्लारा बो, चार्ल्स ‘बड़ी’ रोजर और रिचर्ड एरलन ने काम किया था। फिल्म में न सिर्फ हवाई लड़ाई दिखाई गई थी, बल्कि एक्ट्रेस क्लारा बो का काफी बोल्ड सीन भी था।
इसमें पेरिस के बार में शराब पीने समेत पुरुषों के बीच किस के सीन भी थे। जानकारों ने विंग्स को उस जमाने की स्टार वॉर्स, टाइटैनिक या अवतार की तरह बताया था। विंग्स को मूक फिल्मों के दौर की समाप्ति के वक्त बनाया गया था। इसलिए सभी बड़े शहरों में पर्दे के पीछे लाइव साउंड इफेक्ट्स के साथ इसे रिलीज किया गया था।
तीन बार टालनी पड़ी थी ऑस्कर सेरेमनी
ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी एक-दो नहीं, बल्कि पूरे तीन बार टाली जा चुकी है। पहली बार 1938 में लॉस एंजिलिस में बाढ़ आने की वजह से, दूसरी बार 1968 में मार्टिन लूथर किंग जूनियर के फ्यूनरल की वजह से और तीसरी बार 1981 में अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की हत्या की कोशिश के बाद इसे टाल दिया गया था।
जिस रेड कार्पेट की विदाई हुई, उसी से थी पहचान
ऑस्कर रेड कार्पेट दुनिया की सबसे ग्लैमरस ‘फैशन परेड’ कही जाती थी। इसकी जगह अब शैंपेन कार्पेट रहेगा। इसे सजाने के लिए 16500 वर्ग फीट एरिया और करीब 60 हजार फूलों की जरुरत पड़ती है। यहां सात फुट ऊंची ऑस्कर की मूर्तियां रखी जाती हैं, जिन पर आयोजन से पहले सोने की परत चढ़ाई जाती है।