
न्यूज़ टुडे ब्रेकिंग अपडेट : आदापुर- मोतिहारी/बिहार
आशीष राज, स्थानीय संपादक, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★रामायण यादव एक गरीब परिवार से हैं। वे चीनी भठी में काम कर अपने पुत्र को पढ़ाया था। जिसे दो साल पहले सेना में नौकरी मिली थी और वे सिक्किम में पदस्थापित थे। उसकी शादी अप्रेल महीने 2023 में होनी थी। लेकिन यह नियति का मंजूर नहीं हुआ और शनिवार की मध्यरात्रि में वह शहीद हो गए।★
बिहार के पूर्वी चम्पारण जिलान्तर्गत आदापुर प्रखंड स्थित लक्ष्मीपुर पोखरिया के बरहाड़वा टोला बिशुनपुरवा निवासी रामनारायण यादव के इकलौते पुत्र मिथलेश कुमार यादव उम्र (24) जो एक भारतीय आर्मी जवान था, जो सिक्किम में पदस्थापित डियूटी के दौरान शनिवार की मध्यरात्रि पहाड़ी इलाके में चांगो झील पर अपना कर्तव्य निर्वहन करते हुए शहीद हो गए। इस खबर की जानकारी जब परिजनों को मिलते ही शोक की लहर दौड़ गया। परिवार में कोहराम मच गया। चारों तरफ रोने- चित्कार की आवाज शुरू हो गई। ग्रामीणों में मायूसी व्याप्त हो गई। मां निर्मला देवी व पिता रामायण यादव की रो- रो कर बुरा हाल है।
मुखिया पति मनोज यादव ने बताया कि रामायण यादव एक गरीब परिवार से हैं। वे चीनी भठी में काम कर अपने पुत्र को पढ़ाया था। जिसे दो साल पहले सेना में नौकरी मिली थी और वे सिक्किम में पदस्थापित थे। उसकी शादी अप्रेल महीने 2023 में होनी थी। लेकिन यह नियति का मंजूर नहीं हुआ और शनिवार की मध्यरात्रि में वह शहीद हो गए। मिथलेश यादव की शादी नहीं हुआ था। बहन भी अभी कुँआरी है। बता दें कि मिथलेश कुमार यादव की देश की सेवा करना चाहते थे और उनमें देश भक्ति से प्रेम था और देश सेवा की ज़ज्बा व जुनून कूट – कूट कर भरा था।
वे हमेशा कहा करते थे कि मैं देश की सेवा व रक्षा करने के लिए ही पैदा हुआ हुआ हूं। जब भी मरूंगा तो देश की सरहद पर वो भी शान से। उनकी पिता की भी एक ही इच्छा थी कि मेरा बेटा एक देश की सिपाही बने और देश की सेवा करे। मिथलेश की पार्थिव शव नीतेश मान से उनके गांव घर पहुंचा। जहां उनके पार्थिव शव को देखने के लिए सात किलोमीटर तक लोग सड़कों पर उतर आए और सभी की आंखे नमी हो गई।
मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार, अंचलाधिकारी संजय कुमार झा, थाना अध्यक्ष डॉ राजीव नयन प्रसाद , दरपा थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, हरपुर थाना अध्यक्ष राजीव कुमार, नकरदेई थाना अध्यक्ष जब्बार हुसैन एवं राजनीति दलों के सभी नेता अंतिम संस्कार के समय पहुंचे। जहां उन्हें शहीद मिथलेश अमर रहे की नारा, भारत माता की जयकारा करते हुए सभी सैनिकों ने आतिशबाजी करते हुए सलामी के साथ उन्हें अंतिम संस्कार किया गया। जहां शहीद पिता रामायण यादव ने मुखाग्नि की प्रक्रिया पूरी की।