न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★बिहार कैडर के 208 आइपीएस अफसरों ने अपनी संपत्ति का ऑनलाइन ब्योरा सौंप दिया है. इनमें डीजीपी से लेकर एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं. वैसे लगभग एक दर्जन आइपीएस अफसरों ने अभी तक अचल संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है. बिहार कैडर के आइपीएस अफसरों ने गृह राज्य के अलावा सबसे अधिक दिल्ली-एनसीआर के इलाके में अचल संपत्ति अर्जित की है.★
बिहार के आईपीएस अधिकारियों ने अपनी अचल संपत्तियों का ब्योरा घोषित कर दिया है. अधिकारियों द्वारा संपत्ति का जो विवरण दिया गया है उसे ऑनलाइन जारी कर दिया गया है. इसके अनुसार डीजीपी भट्टी ने कर्ज के लिए मकान तक गिरवी रखा है. जानिये किनके पास कितनी संपत्ति है.
बिहार कैडर के 208 आइपीएस अफसरों ने अपनी संपत्ति का ऑनलाइन ब्योरा सौंप दिया है. इनमें डीजीपी से लेकर एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं. वैसे लगभग एक दर्जन आइपीएस अफसरों ने अभी तक अचल संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है. बिहार कैडर के आइपीएस अफसरों ने गृह राज्य के अलावा सबसे अधिक दिल्ली-एनसीआर के इलाके में अचल संपत्ति अर्जित की है. गृह विभाग द्वारा आइपीएस अफसरों की अचल संपत्ति का ऑनलाइन ब्योरा जारी कर दिया गया है.
बिहार के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी के पास चंडीगढ़ में 1.80 करोड़ का फार्म हाउस और चंडीगढ़ में 1.86 करोड़ का आवासीय मकान है. बेटे के शिक्षा ऋण के लिए उन्होंने अपने मकान को गिरवी रखा हुआ है. बिहार पुलिस अकादमी के निदेशक बी श्रीनिवासन के पास कोई भी जमीन या मकान नहीं है. इसी तरह डीजी अरविंद पांडेय के पास केवल मिर्जापुर में 12 लाख का घर है. डीजी विनय कुमार के पास फुलवारीशरीफ के अनिसाबाद स्थित पुलिस कॉलोनी में दो हजार वर्गफीट जमीन और बिहटा में 10 लाख की कृषि भूमि है. नोएडा में उनका 44 लाख का एक फ्लैट भी है.
निगरानी विभाग के डीजी आलोक राज के पास केवल पुश्तैनी संपत्ति है. उनके पास मुजफ्फरपुर के सरैया में तीन जगह 146 डिसीमल जमीन पुश्तैनी है. कंकड़बाग में भाइयों के साथ हिस्सेदारी में तीन करोड़ का आवासीय मकान है. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने पिछले साल दो एकड़ कृषि भूमि बेच दी है. लखनऊ में 75 लाख रुपये का कर्ज लेकर उन्होंने मकान बनाया है. लखनऊ में 20 लाख के कर्ज पर फ्लैट लिया है, जबकि नोएडा में 40 लाख का कर्ज लेकर थ्री-बीएचके फ्लैट लिया है. इसके अलावा पटना सिटी में 855 वर्गफीट व्यावसायिक भूमि पिता से उन्हे उपहारस्वरुप मिली है.
एसटीएफ के एडीजी सुशील खोपड़े के पास मुंबई में फोर-बीएचके और वन-बीएचके फ्लैट है. वहीं, पुणे में टू बीएचके और वन बीएचके का भी फ्लैट है. इसके अलावा पटना के बोरिंग कैनाल रोड में कर्ज पर थ्री बीएचके का फ्लैट है. एडीजी मुख्यालय जीएस गंगवार के पास लखनऊ में पिता से उपहार में मिला भू-खंड है. हरियाणा के गुड़गांव और फरीदाबाद में आवासीय फ्लैट और पंजाब के लुधियाना में 400 यार्ड जमीन है. उनके पास फुलवारीशरीफ के भुसौला में 3500 वर्गफीट जमीन भी है.
इनके पास पुश्तैनी मकान और इतने एकड़ जमीन
एडीजी कुंदन कृष्णन के पास नालंदा के बिहारशरीफ में सात एकड़ जमीन, नालंदा के दरियापुर में पांच एकड़ और बिंद में आधा एकड़ में पुश्तैनी जमीन है साथ ही पटना के लंगरटोली में दो कट्ठा का आवासीय मकान और राजेंद्रनगर में छह कट्ठा का पुश्तैनी आवासीय मकान है साथ ही गुरुग्राम में एक करोड़ 17 लाख रुपये का एक फ्लैट, नालंदा में 3.8 एकड़ कृषि भूमि और पटना सिटी में 65 लाख रुपये की जमीन भी है.
अन्य अफसरों के पास इतनी संपत्ति
दूसरे अफसरो में सीआइडी के एडीजी जितेंद्र कुमार के पास उत्तराखंड के रुड़की में 285 यार्ड का भूखंड एवं नोएडा के सेक्टर 121 में करीब एक करोड़ रुपये का फ्लैट है. एडीजी विधि-व्यवस्था संजय सिंह के पास पटना के नागेश्वर कालोनी में आवासीय फ्लैट और यूपी के नोएडा में निर्माणाधीन फ्लैट है. एडीजी सुनील झा के पास पटना के पटेल नगर में दो कट्ठा तीन धुर पर एक करोड़ रुपये की आवासीय संपत्ति है. आवास निर्माण पर कर्ज लेकर 37 लाख 90 हजार रुपये खर्च किए गए हैं. एडीजी निर्मल कुमार आजाद के पास पूर्णिया के बनमनखी में तीन कट्ठे जमीन और 11 कट्ठे का पुश्तैनी मकान है.
कई आइपीएस अधिकारियों के पास केवल उनके गृह राज्य में संपत्ति
एटीएस के एडीजी रवींद्रण शंकरण के पास तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक करोड़ का मकान है. एडीजी बच्चू सिंह मीणा के पास राजस्थान के दौसा में 24 बीघा पुश्तैनी जमीन जबकि जयपुर में 350 वर्गफीट व 250 वर्गफीट पर मकान और दौसा में 800 वर्ग फीट और 4.5 बीघा जमीन है. आइजी अमित लोढ़ा के पास राजस्थान के जयपुर में तीन आवासीय और कृषि भूमि जबकि उदयपुर में एक कृषि भूमि है. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो के पास 30 लाख के कर्ज पर पंजाब के मोहाली में आवासीय फ्लैट है, उसमें भी आइपीएस पत्नी हरप्रीत कौर की आधी हिस्सेदारी है.