न्यूज़ टुडे अपडेट :
रिंकू गिरी, स्थानीय संवाददाता, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★जब यहां शराबबंदी नहीं थी तब भी शराब से लोगों की मौत होती थी। लोगों को सतर्क रहना चाहिए। चूंकि यहां शराबबंदी है तो कुछ न कुछ नकली बिकेगा ही और इससे लोगों की मौत होगी ही। शराब खराब है और इसका सेवन नहीं करना चाहिए।★
छपरा शराब कांड मौत मामले में पहली बार नीतीश कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बार-बार मना करने के बाद भी जो लोग शराब का सेवन करेंगे वह ऐसे ही मरेंगे और दुनिया से जाएंगे। शराबबंदी कानून की खिलाफत करने के बदले हम सभी नेताओं को उनके परिवार को और उन लोगों को समझाना चाहिए।
बिहार तक की खबर के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की पिछली बार जब जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई थी तो किसी ने कहा था कि उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए, यदि कोई शराब पीता है तो वह जाएगा। इसका उदाहरण हमारे सामने है। इसपर शोक करना चाहिए, उन जगहों का दौरा कर लोगों को समझाना चाहिए।
जब यहां शराबबंदी नहीं थी तब भी शराब से लोगों की मौत होती थी। लोगों को सतर्क रहना चाहिए। चूंकि यहां शराबबंदी है तो कुछ न कुछ नकली बिकेगा ही और इससे लोगों की मौत होगी ही। शराब खराब है और इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
मैने अधिकारियों से कहा है कि वो गरीब लोगों को न पकड़ें और जो लोग इसके निर्माण उद्योग में लगे हैं उन्हें पकड़ा जाए। अगर लोग अपना काम शुरू करना चाहते हैं तो उन्हें 1 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और इसे जरूरत पड़ने पर बढ़ाया जा सकता है। लोग इस तरह के काम में इन्वॉल्व न हों।
वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी BJP मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के माफी मांगने की मांग पर अड़ी है और कहा है कि सीएम अपने आचरण के लिए माफी मांगे।