न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडरों को समान अधिकार देने की बात कही है, लेकिन इसके लिए एक बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए। हमारे मानवाधिकार भी आवश्यक हैं। पिछले आठ वर्षों में ट्रांसजेंडरों के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। ट्रांसजेंडर्स को समाज में कानूनी अधिकार दिए गए हैं, लेकिन अभी भी उन्हें वह जगह नहीं मिल पाई है जहां वे कुछ कर सकें।★
देश की पहली ट्रांसजेंडर जज जोयिता मंडल ने शुक्रवार को अपनी इंदौर यात्रा के दौरान ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग की है। जज ने ट्रांसजेंडर के अधिकारों और विकास के लिए आरक्षण को जरूरी बताया। मोंडल ने कहा कि ट्रांसजेंडर्स को समाज में कानूनी अधिकार दिए गए हैं, लेकिन अभी भी उन्हें वह जगह नहीं मिल पाई है जहां वे कुछ कर सकें।
एक बोर्ड का गठन करने की मांग
जोयिता मंडल ने कहा कि सरकार को और अधिक जागरूकता कार्यक्रम चलाने चाहिए ताकि हमें समानता मिले। यह हमारे प्रति संवेदनशीलता लाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडरों को समान अधिकार देने की बात कही है, लेकिन इसके लिए एक बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए। हमारे मानवाधिकार भी आवश्यक हैं। पिछले आठ वर्षों में ट्रांसजेंडरों के लिए कुछ भी नहीं किया गया है।
ट्रांसजेंडर को शादी करना आवश्यक
एक ट्रांसजेंडर की शादी पर प्रतिक्रिया देते हुए मंडल ने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ एक ट्रांसजेंडर के लिए किसी का सहारा होना आवश्यक है, इसके लिए शादी और साथ ही अपने उत्तराधिकारी के लिए बच्चों को गोद लेना आवश्यक है। ताकि जब मन तनाव में हो और बच्चा आपके साथ हो तो सारा तनाव दूर हो जाए।
ट्रांसजेंडर्स को मिले अच्छा माहौल
ट्रांसजेंडरों में साक्षरता की बात करते हुए जज ने कहा कि इसके लिए शिक्षा क्षेत्र में फैकल्टी को प्रशिक्षित करना जरूरी है। अगर ट्रांसजेंडर्स को अच्छा माहौल मिलेगा तो समुदाय आगे बढ़ेगा। मौजूदा हालात में जब ट्रांसजेंडर्स के बाल झड़ने लगेंगे आठवीं कक्षा के बाद बड़े होने पर स्कूल की फैकल्टी उन्हें स्कूल आने से मना करती है। इस डर से वे अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं। कोई भी अपनी मर्जी से पढ़ाई नहीं छोड़ता है। मंडल ने आगे कहा कि चाहे चुनाव हो या नौकरी इस समुदाय को हर चीज में आरक्षण मिलना चाहिए।