न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : पटना/ बिहार :
★जहां हो रही है शराबबंदी की समीक्षा, वहीं बगल में बिखरी पड़ी हैं दारू की बोतलें, चखने का भी था इंतजाम. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी कानून को लेकर आज समीक्षा बैठक कर रहे हैं. बैठक स्थल सचिवालय संवाद से मात्र कुछ कदम की दूरी पर कचरे में शराब की बोतले पायी गयी हैं.★
जहां हो रही है शराबबंदी की समीक्षा, वहीं बगल में बिखरी पड़ी हैं दारू की बोतलें, चखने का भी था इंतजाम : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी कानून को लेकर आज समीक्षा बैठक कर रहे हैं. बैठक स्थल सचिवालय संवाद से मात्र कुछ कदम की दूरी पर कचरे में शराब की बोतले पायी गयी हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. यह समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में हो रही है. संवाद के बगल में ही जो कचरा प्वाइंट है, वहां पर शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. वहीं पर चने भी बिखरे पड़े रहे हैं. उसके निकट ही एक होर्डिंग लगा है जिस पर शराब नहीं पीने को लेकर स्लोगन लिखा हुआ है. बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है.
होम डिलीवरी जैसे कई बार मामले भी सामने आए है. विपक्ष लगातार शराबबंदी कानून को लेकर सरकार पर हमला भी करता रहा है. हाल ही में जहरीली शराब के सेवन से 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अब मुख्यमंत्री इन शिकायतों और घटनाओं के बाद शराबबंदी कानून की समीक्षा करने के लिए आज बैठक करेंगे. उससे पहले इस प्रकार से शराब की बोतल मिलने से किरकिरी हो रही है. जहां समीक्षा बैठक होना है.
उसके बगल में ही कुछ कदम की दूरी ही शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. यह शराबबंदी कानून की पोल खोलने के लिए काफी है.जिस तरह के हालात बिहार में दिख रहे हैं, इससे कहा जा सकता है कि शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है. अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शराबबंदी कानून को लेकर क्या निर्णय लेते हैं.