न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
सोमवार को बिहार सरकार ने हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार से अलंकृत 15 विभूतियों के नामों की घोषणा कर दी. अपनी लेखनी के दम पर देश दुनिया में हिन्दी भाषा का परचम लहराने वाले 15 हस्तियों को सरकार सम्मानित करेगी. सृजनात्मक हिंदी लेखन के लिए डॉ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को डाॅ राजेन्द्र प्रसाद शिखर सम्मान से अलंकृत किया जायेगा. इन्हें 3 लाख रुपये की राशि भी दी जाएगी.
सोमवार को बिहार सरकार ने हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार से अलंकृत 15 विभूतियों के नामों की घोषणा कर दी. डॉ० विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद शिखर सम्मान, डॉ० अशोक कुमार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेदकर पुरस्कार, मृणाल पाण्डेय को जननायक कर्पूरी ठाकुर पुरस्कार, सुशीला टॉकभोरे को बी0 पी0 मंडल पुरस्कार, कवि सत्यनारायण को नागार्जुन पुरस्कार, रामश्रेष्ठ दीवाना को राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार, जाबिर हुसैन को फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ पुरस्कार, डॉ० पूनम सिंह को महादेवी वर्मा पुरस्कार, केरल की वनजा को बाबू गंगा शरण सिंह पुरस्कार से अलंकृत किया जायेगा.
इनके अलावा हैदराबाद की दक्षिण भारतीय हिन्दी प्रचार सभा को विद्याकर कवि पुरस्कार, गीता श्री को मोहन लाल महतो वियोगी पुरस्कार, डॉ० राकेश कुमार सिन्हा रवि को भिखारी ठाकुर पुरस्कार, भगवती प्रसाद द्विवेदी को डाॅ0 ग्रियर्सन पुरस्कार, डॉ० छाया सिन्हा को डाॅ0 फादर कामिल बुल्के पुरस्कार और अनन्त विजय को विद्यापतिपुरस्कार से सम्मानित किया जाता है.
गौरतलब हो कि हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार योजना के अन्तर्गत अखिल भारतीय स्तर पर वरिष्ठ हिन्दी सेवियों को सम्मानित किया जाता है. ये पुरस्कार सृजनात्मक लेखन, पत्रकारिता, न्याय, प्रशासन या हिन्दी के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में विशिष्टतम योगदान हेतु दिये जाते हैं. इसके अंतर्गत कुल 15 पुरस्कार दिये जाते हैं.