न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मुजफ्फरपुर/ बिहार :
बाढ़ प्रभावित परिवारों के सत्यापन के क्रम में पौने दो लाख से अधिक फर्जी बाढ़ पीड़ित परिवार चिह्नित किए गए हैं। चिह्नित किए गए 1,79,542 परिवारों के नाम को संपूर्ति पोर्टल से हटा दिया गया है। जिनका नाम सूची से हटाया गया है अब उन्हें राहत राशि नहीं मिलेगी। हटाए गए नाम पिछले कुछ वर्षों से बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची में थे।
अब जांच इस बात की हो रही है कि जिनके नाम हटाए गए हैं, उनमें से कितनों को बाढ़ राहत राशि का भुगतान हुआ और कितनों ने उस राशि का उपयोग किया? जिले के 15 प्रखंडों में 7.76 लाख परिवार को बाढ़ पीड़ित माना गया था। फर्जी परिवारों का नाम हटा दिए जाने के बाद अब जिले में 5,96,461 परिवार ही बाढ़ प्रभावित माने जाएंगे।
आधार कार्ड से मिलान करने पर फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा
फर्जीवाड़ा को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने इस बार बाढ़ प्रभावित परिवारों का सत्यापन कराते हुए संपूर्ति पोर्टल पर वास्तविक बाढ़ पीड़ित परिवारों की सूची अपलोड करने का निर्देश दिया। इसके लिए आधार कार्ड से हर बाढ़ पीड़ित परिवार के मुखिया के नाम का मिलान किया गया तो फर्जी नामों का पता चला और उन्हें सूची से हटा दिया गया। गायघाट में सर्वाधिक 28776 फर्जी परिवार सूची से हटाए गए। प्रशासन अब इस बात की जांच में जुट गया है कि सूची से हटाए गए परिवारों में से कितने लोगों को बाढ़ राहत की राशि जा चुकी है।