न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
LJP प्रकरण ने सभी राजनीतिक दलों को सकते में डाल दिया है। पिछले दो हफ्ते से बिहार की राजनीति में जिस तरह से बदलाव की सुगबुगाहट हो रही थी। वो पूरी तरह से शांत हो गई है। विरोधी दल पूरी तरह से डिफेंसिंग मोड में में आ गए हैं। वहीं, NDA के JDU और BJP आक्रामक तेवर में में दिख रहे है। हम के जीतन राम मांझी और वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने भी चुप्पी साध ली है।
सियासी गणित बनाने लगे थे जानकार
राजनीतिक पंडित HAM और VIP को लेकर सियासी गणित भी बैठाने लगे थे। महागठबंधन के तरफ से मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी के लिए ऑफर भी आने लगे थे। RJD के नेता कहने लगे थे कि मांझी और सहनी की NDA में कोई मान सम्मान नही है। वो चाहे तो महागठबंधन में शामिल हो सकते है। मांझी और सहनी ने गाहे बगाहे JDU और BJP पर हमला करके इस बात को खूब हवा दी। लेकिन LJP प्रकरण के बाद ये दोनों नेता शांत हो गए ।
LJP की वजह से कई सीट हारी थी जेडीयू
हालांकि, JDU इस बात से इंकार कर रहा है कि LJP टूट में उनकी कोई भी भूमिका है। लेकिन, सभी को ये पता है कि JDU ने किस लेबल से ऑपरेशन LJP चलाया और चिराग पासवान को अकेला कर दिया। दरअसल, JDU ने बिहार विधान सभा चुनाव के बाद ही इस ऑपरेशन की तैयारी करने लगा था। JDU को इस बात का बदला लेना था कि विधानसभा चुनाव LJP की वजह उनके महत्वपूर्ण 36 सीट को मामूली वोटों के अंतर से हारना पड़ा था। ऐसे में JDU ने साइलेंट होकर इस ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचा दिया। LJP की टूट से पहले बिहार की सियासत में जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी छाये हुए थे। NDA के दोनों घटक दल को लेकर यह कयास लगाई जा रही थी कि कहीं इन्होंने पलटी मारी तो बिहार की सियासत बिलकुल बदल जाएगी। चर्चा तो ये होने लगी थी कि लालू यादव का असर इन दोनों नेताओं पर पड़ने लगा है।
विधायकों को बचाने में जुटी कांग्रेस
इधर, महागठबंधन के दो घटक दल RJD और कांग्रेस पूर तरह से संशकित है कि कहीं उनकी पार्टी को लेकर कोई ऑपरेशन तो नहीं चलाया जा रहा है। अभी LJP टूट के एक दिन पहले कांग्रेस टूट की अशंका जताई जा रही थी। लेकिन, इस बीच LJP प्रकरण ने सबको सकते में डाल दिया। अब कांग्रेस अपने 19 विधायकों को बचाने की कवायद में जुट गई है। कांग्रेस के आला नेता लगातार अपने विधायकों के संपर्क में आ गए है और उनसे बातचीत कर रहे है। वही, RJD के तरफ से भी अपने विधायकों को संगठित कियाा जा रहा है कि कहीं कोई बिदके नही। महागठबंधन ने LJP एपीसोड में देख लिया कि अपने ही घटक दल को टूटते देख भी BJP ने कोई एक्शन नही लिया , तो माना जा रहा है कि ऑपरेशन LJP में BJP और JDU ने ज्वाईंट मिशन चलाया था।